900 ऑटोनोमस कॉलेजों से ऑनलाइन डिग्री कोर्स, मेडिकल की पढ़ाई हुई महंगी

मेडिकल
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नई दिल्ली : शिक्षा जगत में लगातार बढ़ती प्रतियोगिता का एक पॉजिटिव पहलू टैलेंट में निखार तो है, लेकिन भारत में संस्थाओं में सीटों की कमी और उस पर हाई कट ऑफ की होड़ कई युवाओं को हताश करती है. हालांकि, अब कट ऑफ के कारण पसंद की संस्था में एडमिशन मिलेगा या नहीं, इस बात से परेशान होने की जरूरत नहीं. इससे मेडिकल कोर्स की पढ़ाई बिहार में महंगी हो जाएगी।

NEP-2020 के तहत 900 अतिरिक्त कॉलेज ऑनलाइन डिग्री कोर्स करा सकेंगे. इस व्यवस्था के तहत शैक्षणिक सत्र 2022-23 से देश के 900 ऑटोनोमस कॉलेजों से ऑनलाइन डिग्री कोर्स किया जा सकेगा. बता दें कि परंपरागत रूप से डिग्री कोर्स के लिए विश्वविद्यालयों की जरूरत पड़ती रही है.

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जुलाई, 2022 से देश भर में 900 ऑटोनोमस कॉलेज डिस्टेन्स कोर्स ऑफर कर सकेंगे. केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने 2035 तक ग्रॉस एडमिशन रेश्यो (Gross Admission Ratio) 50 फीसद का लक्ष्य रखा है.

शिक्षा जगत से जुड़े लोगों के मुताबिक संस्थाओं की मौजूदा क्षमता को देखते हुए GAR का लक्ष्य हासिल करने के लिए ऑटोनोमस कॉलेजों से ऑनलाइन डिग्री कोर्स करने का प्रावधान किया गया है.

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