दवा विभाग के छापों से रोहतक में हड़कंप, दो अस्पतालों में बगैर लाइसेंस चल रही दवा की दुकानें सील

जांच टीम

रोहतक। निजी अस्पतालों में चल रहे दवा के नाम पर मरीजों के ठगी के धंधे का शुक्रवार को खुलासा हुआ। स्वास्थ्य मंत्री व ड्रग कंट्रोलर के निर्देश पर डीसीओ ने दो अस्पतालों में छापा मारा। यहां बगैर ड्रग लाइसेंस चलाई जा रही दवाई की दुकानों पर हजारों रुपये की दवाएं बरामद हुई। टीम ने दोनों जगह से 27 सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। साथ ही दोनों दुकानों को सील कर दिया गया है।

महम में गोहाना रोड स्थित दीपांजली अस्पताल में शुक्रवार को ड्रग विभाग की टीम पहुंची। यहां टीम को जांच में अवैध रूप से मेडिकल स्टोर चलाए जाने की सूचना थी। असिस्टेंट स्टेट ड्रग कंट्रोलर परजिंदर सिंह, सीनियर डीसीओ कृष्ण व डीसीओ डॉ. मनदीप मान की टीम ने जांच की तो यह मेडिकल स्टोर अवैध रूप से चलाए जाने की बात सामने आई। यहां बड़ी मात्रा में दवाएं मौजूद मिली। ये दवाएं मरीजों को महंगे दाम पर बगैर बिल बेची जा रही थी। इस कारण इनकी गुणवत्ता भी सवालों के घेरे में आती हैं। ऐसे में टीम ने यहां से 15 सैंपल भरे हैं। रिपोर्ट आने पर अगली कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी। यह स्टोर प्रवीण नाम व्यक्ति चला रहा था। मल्टी सुपरस्पेश्लिटी अस्पताल के संचालक डॉ. हेमंत सोलंकी व मैनेजर कम सेल्समैन अजय कुमार बताए गए हैं। इनसे दस्तावेज मांगे गए तो इन्होंने असमर्थता जाहिर की।

इधर, शहर के सेक्टर एक स्थित श्रीराम अस्पताल में टीम ने छापा मारा। यहां विजेंद्र कुंडू बगैर लाइसेंस दवा की दुकान चलाते मिला। डीसीओ डॉ. मनदीप मान ने बताया कि योगेश नाम का लड़का यहां मरीजों को दवा दे रहा था। यहां से टीम ने 12 सैंपल लिए हैं। इन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया है। दुकान पर मिली सभी दवाएं सीज करने के साथ दुकानों को सील कर दिया गया है। इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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