स्वास्थ्य मंत्री के बोल से हलचल – पंजाब

तीन करोड़ के घोटाले को बताया साधारण बात
Punjab health minister

जालंधर

सूबे के सेहत मंत्री सुरजीत कुमार ज्याणी कुछ ऐसा कह बैठे, जो चर्चा का विषय तो बन ही गया, बल्कि मौके पर लोग उन्हें शक की निगाह से भी देखने लगे। हुआ यूं कि ज्याणी सिविल अस्पताल स्थित जिला टीबी सेंटर में लेबोरेटरी की एक मशीन का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यह मशीन ढाई घंटे में एमडीआर टीबी टेस्ट कर लेती है। उद्घाटन के बाद पत्रकारों ने सिविल सर्जन दफ्तर में कथित तीन करोड़ के घोटाले के संबंध में विजिलेंस की रेड संबंधी सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, कौन सा घोटाला? तीन करोड़ का घोटाला होता ही रहता है। हां, इसकी जांच कराएंगे।

एक अन्य सवाल पर उन्होंने कहा कि अस्पतालों में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की बहुत कमी है। हमने 400 पदों के लिए आवेदन मांगे थे इंटरव्यू के बाद 350 ज्वाइन कर गए हैं। पिछले साल पंजाब में 1.8 करोड़ लोगों ने सरकारी अस्पतालों में अपना इलाज कराया। पता है पंजाब की जनसंख्या कितनी है? 2.75 करोड़ लोग। इसका मतलब आधे से ज्यादा लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज कराते हैं।
वहीं मंत्री महोदय ने सिविल अस्पताल के काम को लेकर डीसी जिस अंदाज में कहा, वह भी खूब था। मंत्री बोले डीसी साहब यह सिविल अस्पताल का काम ही करा दो। ताकी इनको भी लगे कि हमने कुछ काम किया है।

मौके पर सिविल सर्जन डॉ. कैलाश कपूर, आईएमए प्रधान डॉ. रमन गुप्ता, डॉ. एसडी माली, डॉ. देस राज, डॉ. कश्मीरी लाल, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. नरेश बाठला और डॉ. सुरिंदर कुमार भी उपस्थित रहे।

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