आधी रात को छावनी बना पीजीआई, सीएम के आने से पहले प्रदर्शनकारी छात्र हिरासत में, मेडिकल स्टूडेंट्स पर केस दर्ज

छात्रों को समझाते हुए कुलपति

रोहतक। बांड पॉलिसी के विरोध में निदेशक कार्यालय के बाहर धरना दे रहे एमबीबीएस के विद्यार्थी देर रात सीएम के आने की सूचना मिलने पर सुश्रुत ऑडिटोरियम के बाहर पहुंचे। यहां धरने पर बैठे इन प्रदर्शकारियों को हटाने के लिए स्वास्थ्य विज्ञान विवि की कुलपति डॉ. अनीता सक्सेना, सिटीएम मोहित मेहराना, एसडीएम राकेश कुमार ने काफी प्रयास किए जबकि विद्यार्थी सीएम से मुलाक़ात के लिखित आश्वासन की मांग पर अड़े रहे। काफी देर छात्रों को समझाने के बाद जब छात्र नहीं माने तो पीजीआई में सैकड़ों की संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। इसके बाद देखते ही देखते पीजीआई छावनी में तब्दील कर दिया गया।

छात्रों को समझाते हुए कुलपति

रोहतक पीजीआई के स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शनिवार को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय, सीएम मनोहर लाल व गृह मंत्री अनिल विज के आने से पहले प्रशासन ने बॉन्ड पॉलिसी का विरोध कर रहे मेडिकल छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की है। काफी देर समझाने के बाद भी जब छात्र हटने को तैयार नहीं हुए तो रोहतक प्रशासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए पिछले चार दिन से धरने पर बैठे मेडिकल छात्र छात्राओं को बलपूर्वक खदेड़ा।

पुलिस ने पहले छात्रों को समझाया, जब नहीं माने तो वाटर कैनन का प्रयोग किया गया। इसके बाद छात्रों को पुलिस ने जबरन घसीटा। कई जगह पर पहले पुरुष पुलिस छात्राओं को घसीटती देखी गई बाद में महिला पुलिस आई। इस पर भी जब छात्र जाने को तैयार नहीं हुए तो उन्हें जबरन हिरासत में लिया गया। सभी छात्र छात्राओं को लिया कब्जे में ले लिया गया और हिरासत में लिए छात्र छात्राओं को आईएमटी, शिवाजी कॉलोनी व कलानौर थाना में ले जाया गया।

एडीजीपी ममता सिंह ने प्रशासनिक अधिकारियों की बुलाई है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार बंसीलाल के बयान पर सरकारी ड्यूटी में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। साथ ही पुलिस की तरफ एक वीडियो जारी की गई हैं, जिसमें 10 से 12 मेडिकल छात्र सीएम से मिलने की इच्छा व्यक्त कर रहे हैं।

पुलिस रिकार्ड के मुताबिक ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने शिकायत दी है कि शनिवार रात करीब 12 बजकर 40 मिनट पर पीजीआईएमएस में मेडिकल के छात्रों ने एकत्रित होकर वीआईपी कार्यक्रम के चलते तैयार किए गए जेड प्लस सुरक्षा घेरे को तोड़ने का प्रयास किया। 300 के करीब छात्रों को सीटीएम मोहित मेहराना ने समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसी ने उनकी बात नहीं सुनी। छात्रों को चेतावनी दी गई कि वे वीआईपी एरिया खाली कर दें। बार बार कहने पर छात्र नेता उठने के लिए तैयार नहीं हुए। छात्र नेताओं ने जेड प्लस सुरक्षा घेरा तोड़कर सरकारी कार्य में बाधा डाली है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे एमबीबीएस के छात्रों की शनिवार सुबह पुलिस ने एक वीडियो जारी की है, जिसमें 20 के करीब छात्र खड़े हैं। छात्र कह रहे हैं कि प्रतिनिधिमंडल के तौर पर 10 छात्र सीएम से मिलेंगे। शांतिपूर्ण ढंग से जाएंगे। उनको सुरक्षा व सम्मान के साथ सीएम से मिलवाया जाए।

स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल बतौर मुख्य अतिथि पहुंचेंगे। उनके आगमन की तैयारी में जुटे प्रशासन की पीजीआई के प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों ने नींद उड़ाकर रख दी है। प्रशासन को प्रदर्शनकारियों द्वारा शोर शराबा किए जाने की आशंका है। इसके चलते शुक्रवार को एसडीएम व डीएसपी उन्हें समझाने वहां पहुंचे। यहां विद्यार्थियों के दस सदस्यीय दल से निदेशक कार्यालय में बातचीत की। विद्यार्थियों की समस्या सुनने के बाद अधिकारी ने शनिवार को सीएम से मिलवाने व समाधान का आश्वासन दिया। साथ ही शनिवार को उनकी ओर से माइक प्रयोग न करने व शोरा शराबा नहीं करने की भी अपील की है।

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