अब गर्भवती महिलाओं को मिलेगा बर्थ वेटिंग होम का लाभ

हरिद्वार और देहरादून में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत वकिर्ंग वुमन हॉस्टल वन स्टॉप सेंटरों एवं कार्यशील महिला छात्रावास का जन्म गृह केंद्रों (बर्थ वेटिंग होम) के रूप में उपयोग किया जाएगा।

उत्तराखंड स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति की बैठक का आयोजन सचिवालय में सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा व राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एन.एच.एम.) मिशन निदेशक डॉ.आर.राजेश कुमार की अध्यक्षता में किया गया

इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। सचिव डॉ.आर.राजेश कुमार द्वारा बताया गया कि इस केंद्र में गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व ठहरने व खान-पान की सुविधा होगी।

एन.एच.एम. उत्तराखंड के अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आर.बी.एस.के.) में कार्यरत आयुष डॉक्टरों को एलोपैथिक डॉक्टरों के समान मानदेय कर दिया जाएगा।

साथ ही जनवरी 2023 से आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भी जन आरोग्य अभियान- एक कदम स्वस्थ जीवन की ओर – में शामिल किया जाएगा।

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