नकली दवा की फैक्ट्री पर पड़ा छापा

Raipur Raid: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नकली दवा की फैक्ट्री पर छापा पड़ा है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (Food and Drug Administration Department) के द्वारा ये छापा मारा गया है। एक छोटे से मेडिकल स्टोर के अंदर दवाई बनने का कारोबार चल रहा था। जब अधिकारियों की टीम स्टोर के अंदर पहुंची तो मौके से 10 करोड़ की फर्जी और मिलावटी दवाएं बरामद हुई हैं। इन दवाओं को आयुर्वेदिक दवाएं बताकर सप्लाई किया जा रहा था। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग (Food and Drug Administration Department) की टीम ने चार दुकानों पर छापेमारी की है।

25 बोरे से अधिक का माल जब्त (Raipur Raid)

इस छापेमारी के दौरान 25 बोरे से अधिक का माल जब्त हुआ है। सहायक ड्रग कंट्रोलर बसंत कौशिक ने बताया कि उन्हें आयुर्वेदिक औषधि के नाम पर एलोपैथिक दवाएं बेचे जाने की शिकायतें मिल रहीं थीं। इस शिकायत के बाद बाद विभाग के अफसर डॉ परमानन्द वर्मा , किशोर ठाकुर राम ब्रिजेश की एक स्पेशल टीम जांच के लिए निकली।  पहले तो  अफसर ग्राहक बनकर सिमगा में शारदा मेडिकल स्टोर गए। वहां दवाओं के बारे पूछा फिर टीम ने दुकान के भीतर जाकर छापा मारा। दुकान के भीतर कारोबारी ने अपनी प्रॉपर्टी में पूरा सेटअप लगा रखा था। करोड़ो की फर्जी दवा का स्टॉक मिला इन दवाईयों को पूरे प्रदेश और आस-पास के राज्यों में भी बेचा जा रहा था।

जांच में तमाम दवाएं फर्जी पायी गई

खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने जब्त की गई तमाम दवाईयों को शासकीय औषधि परीक्षण लैब में जांच के लिए भेजा तो जांच में पता चला कि एलोपैथिक दवाइयों में डिक्लोफेनिक एवं असक्लोफेनिक की मात्रा पाई गई है। ये कारोबारी एलोपैथिक दवायों को आर्युर्वेदिक दवाओं में मिलाकर बेच रहे थे। विभाग के अफसरों ने बताया कि कि इन दवाईयों में एलोपैथिक की मात्रा मिली है, जिसका स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है।

ये सभी कारोबारी मिलकर नकली दवाएं बेचने का काम कर रहे थे। ये कंपनियां 90 दिनों में बालों का उगना, कैंसर, जोड़ो का दर्द एक माह में दूर करने का दावा करते हुए बिज़नेस कर रही थीं।

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