सोनीपत में लिंग जाँच गिरोह का भंडाफोड़, स्वास्थ्य विभाग ने महिला समेत 3 लोगों को किया गिरफ्तार

कैथल स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी सेल ने कार्रवाई करते हुए सोनीपत में लिंग जांच गिरोह का पर्दाफाश किया है। स्वास्थ्य विभाग ने महिला समेत लिंग जांच गिरोह के 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

लिंग जाँच

सोनीपत। सोनीपत में लिंग जाँच गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। प्रदेश में लिंगानुपात में सुधार के लिए हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी सेल लगातार लिंग जांच और भ्रूण हत्या करने वालों पर शिकंजा कस रही है। आज इसी कड़ी में कैथल स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने सोनीपत के एक निजी अस्पताल में कार्यरत एक महिला कर्मचारी रीना उसके साथी अनिल और संजीवन अल्ट्रासाउंड केंद्र में कार्यरत बिट्टू नाम के एक शख्स को लिंग जांच के आरोप में पकड़ा है। पकड़े गये इन सभी आरोपियों के पास से 47 हजार रुपए की वो राशि भी बरामद की गई है जो कि स्वास्थ्य विभाग ने फर्जी ग्राहक को इनको देने के लिए दी थी।

पीसी पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष गहलावत ने बताया कि कैथल के पीएनडीटी टीम को जानकारी मिली थी कि सोनीपत के शास्त्री कॉलोनी निवासी रीना भ्रूण लिंग जांच कराती है। साथ ही वह ऑस्कर अस्पताल की लैब तकनीशियन भी है। इसके बाद सिविल सर्जन ने सोनीपत व कैथल संयुक्त टीम का गठन किया। टीम में शामिल डिकॉय का महिला दलाल से संपर्क कराया गया। डिकॉय व रीना के बीच भ्रूण लिंग जांच कराने के लिए 50 हजार रुपये में सौदा तय हो गया।

रीना ने डिकॉय को पहले 26 अप्रैल को सोनीपत बुलाया था, उसके बाद उसने यहां चिकित्सक न होने की बात कहकर डिकॉय को वापस भेज दिया दिया। इसके बाद मंगलवार को फिर उसने डिकॉय को बहालगढ़ रोड स्थित अस्पताल में बुलाया और वहां से रेफरल पर्ची देकर गीता भवन चौक के पास संजीवनी अल्ट्रासाउंड सेंटर में अल्ट्रासाउंड कराने भेज दिया। महिला दलाल रीना ने डिकॉय का अल्ट्रासाउंड कराया। इसके लिए सेंटर प्रबंधन ने अल्ट्रासाउंड की फीस 2800 रुपये ली और बाकी 47000 रुपये अस्पताल की महिला कर्मी एवं दलाल रीना ने ले लिए। अल्ट्रासाउंड होने के बाद बाहर आकर उसने डिकॉय को उसके गर्भ में लडक़ी होने की जानकारी दी। इस पर पीसी पीएनडीटी की टीम ने जांच कार्रवाई करते हुए वापस ऑस्कर अस्पताल में चली गई।

सोनीपत
जाँच करती पीएनडीटी की टीम

वहां पर टीम ने दलाल रीना को पकड़ लिया और उसके पास से 12000 हजार रुपये बरामद कर लिये। पूछताछ के दौरान दलाल रीना ने बताया कि बाकी 35000 रुपये अस्पताल कर्मी गांव पिनाना निवासी अनिल को दिए है। इसके बाद टीम ने अस्पताल कर्मी अनिल से पूछताछ की तो उसने बताया कि संजीवनी सेंटर के रेडियोग्राफर को उसने 25000 रुपये देने है। इसके बाद टीम अनिल व रीना को लेकर बस अड्डा पर पहुंची, जहां पर रेडियोग्राफर गांव पिनाना निवासी बिट्टू बस अड्डे के पास पैसे लेने पहुंचा।

इस दौरान टीम ने तीनों को काबू किया और पूछताछ करने पर बताया कि बिट्टू ने गर्भ में लडक़ी होने की सूचना अनिल को दी। अनिल ने रीना को फोन पर यह जानकारी दी। रीना ने डिकॉय को गर्भ में लडक़ी बताकर पैसे लिए थे। बाद में टीम ने तीनों लोगों को सेक्टर-27 की पुलिस के हवाले कर दिया। टीम में कैथल से पीएनडीटी के नोडल अधिकारी डॉ. गौरव पूनिया, सोनीपत से नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष गहलावत, डॉ. अनविता कौशिक व मनोज कुमार भी मौजूद रहे।

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