कैसे बच पाएंगी बेटियां

पंचकुला
हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की एक टीम ने मेरठ के एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापा मारकर लिंग परीक्षण करते हुए समाजवादी पार्टी की वरिष्ठ नेता की बहन और उसके पति को गिरफ्तार किया। हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की एक टीम ने मेरठ के एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापा मारकर लिंग परीक्षण करते हुए समाजवादी पार्टी की वरिष्ठ नेता की बहन और उसके पति को गिरफ्तार किया। मामला सत्ता से जुड़ा हुआ था, जिसके कारण मेरठ पुलिस ने हरियाणा पुलिस पर दबाव बनाकर दोनों आरोपियों को थाने से ही जमानत पर रिहा कर दिया। समाजवादी पार्टी की डॉक्टर सरोजनी अग्रवाल आजम खां की काफी करीब मानी जाती हैं। अभी कुछ महीने पहले सरोजनी ने मेरठ में मुलायम सिंह के नाम से एक मेडिकल कॉलेज बनाया है। इसका शिलान्यास करने खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यहां आए थे।

शहर के बच्चा पार्क चौराहे के पास सरोजनी अग्रवाल की बहन सविता गर्ग ने, गर्ग अल्ट्रासाउंड नाम से एक क्लीनिक खोला हुआ है। साथ ही उनके पति डॉक्टर विनोद गर्ग का भी क्लीनिक है, जो बाल रोग विशेषज्ञ हैं। हरियाणा के जींद जिले के डिप्टी सीएमओ डॉक्टर सतीश सुलेख को जानकारी मिल रही थी कि यहां से गर्भवती महिलाओं को लिंग परीक्षण के लिए मेरठ ले जाया जाता है। इसके बाद उन्होंने एक स्टिंग के तहत इस बात के पुख्ता सबूत जुटाए कि मेरठ में डॉक्टर सविता गर्ग अपने क्लीनिक में लिंग परीक्षण करती हैं। इसके बाद सीएमओ दीपा जाखड़ और डिप्टी कमिश्नर अभिषेक जोरवाल को पूरे मामले की रिपोर्ट दी गई। गत दिवस डिप्टी सीएमओ सुलेख के नेतृत्व में दस लोगों की टीम हरियाणा पुलिस के साथ मेरठ पहुंची। हरियाणा पुलिस ने बाकायदा यहां थाना सिविल लाइन में अपनी आमद भी दर्ज करा दी थी। शाम करीब पांच बजे हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम एक गर्भवती महिला के साथ सविता गर्ग के क्लीनिक पर पहुंची। सविता ने छह हजार रुपए जमा कराने के बाद गर्भवती महिला का लिंग परीक्षण किया। इसके बाद हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने यूपी पुलिस के दो सिपाहियों के साथ डाक्टर सविता गर्ग के क्लीनिक पर छापा मारा। टीम ने गर्ग अल्ट्रासाउंड की मशीन, छह हजार रुपए और अन्य कागजात कब्जे में लेकर सील कर दिए। साथ ही सविता गर्ग और उनके पति डॉक्टर विनोद गर्ग को गिरफ्तार कर हरियाणा ले जाने की तैयारी में जुट गए। लेकिन इसी दौरान सत्ता की धमक के कारण मेरठ पुलिस ने भी अपना खेल शुरू कर दिया। हरियाणा की डिप्टी सीएमओ को थाना सिविल लाइन इंस्पेक्टर इकबाल अहमद ने साफ कह दिया कि वे लोग अगर थाने नहीं आए तो उनके खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कर दिया जाएगा। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम इस धमकी के बाद थाना सिविल लाइन पहुंची। जहां सपा के सिपहसालार, डॉक्टर और उनके समर्थक भारी तादाद में मौजूद थे। भारी दबाव के बाद डॉक्टर सविता और उनके पति को थाने से ही जमानत पर छोड़ दिया गया। जबकि हरियाणा में गर्ग अल्ट्रासाउंड सेंटर के खिलाफ धारा-420, 336 व 417 आइपीसी कन्या भ्रूण हत्या के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी साल जुलाई में भी हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मेरठ के एक अल्ट्रासाउंड सेंटर पर छापा मारकर संजय अग्रवाल और उसके साथी को गिरफ्तार किया था। लेकिन इसके बाद भी यहां लिंग परीक्षण का सिलसिला बदस्तूर जारी रहा। सविता गर्ग के खिलाफ लिंग परीक्षण के पुख्ता सबूत होने के बावजूद मेरठ पुलिस के बनाए गए भारी दबाव से हरियाणा के डिप्टी सीएमओ डॉक्टर सुलेख काफी परेशान हो गए। जब मेरठ पुलिस के मेरठ में ही मुकदमा लिखने की बात हुई तो वे भडक़ गए। उन्होंने अपने अधिकारियों को फोन करके साफ कह दिया कि अगर कार्रवाई नहीं की जाती है तो मैं मुख्यमंत्री के सामने इस्तीफा दे दूंगा।

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