दवा विक्रेता संघ के आगे झुके डॉक्टर, माफी मांगी

गोरखपुर: बीआरडी कैंपस के बाहर दो रोज पूर्व दवा विक्रेताओं के साथ जूनियर डॉक्टरों की तकरार और फिर डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद अब सुलह होती दिखाई दे रही है। पुलिस केस होने के बाद डॉक्टर पूरी तरह बैकफुट पर नजर आए। दरअसल, दवा विक्रेता और जूनियर डॉक्टरों के बीच तू-तड़ाक से शुरू हुआ झगड़ा बाद में भद्दी गाली-गलौज तथा जान से मारने की धमकी तक पहुंच गया। नतीजा ये हुआ कि दवा विक्रेता पुलिस में चले गए। पुलिस ने शिकायत के आधार पर 50 अज्ञात जूनियर डॉक्टरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।

जब डॉक्टरों को पुलिस केस की जानकारी लगी तो समझौते की पहल करने लगे। विभागाध्यक्षों से मामला सुलटाने के लिए मिन्नते करने लगे। तत्पश्चात एसपीएम के विभागाध्यक्ष डॉ. डीके श्रीवास्तव, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. महीम मित्तल और नेत्र रोग विभागाध्यक्ष डॉ. राम कुमार जायसवाल ने दवा विके्रता संघ के अध्यक्ष योगेंद्र नाथ दुबे और महामंत्री आलोक चौरसिया से संपर्क साधा। दवा विके्रता संघ ने पुलिस की मौजूदगी में बैठक की शर्त रखी। इस पर डॉक्टर राजी हो गए। एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा की मौजूदगी में गुलरिहा थाने में बैठक के दौरान जूनियर डॉक्टरों ने माफी मांगते हुए भविष्य में इस तरह के विवाद से दूर रहने का आश्वासन दिया।

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