एक्सपायरी दवा मिली तो होगी कार्रवाई

बोकारो (झारखंड)। स्थानीय निजी अस्पताल में महिला मरीज की मौत के बाद भारी मात्रा में एक्सपायरी दवा मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने कड़ा संज्ञान लिया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम निजी नर्सिंग होम में मरीजों को दी जाने वाली दवाओं व इसके स्टॉक की जांच करेगी। अगर वहां एक्सपायरी दवा मिली तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। राज्य औषधि निदेशालय ने आदेश जारी कर सभी औषधि निरीक्षकों से कहा है कि वे अपने-अपने क्षेत्र के सीएनएफ, थोक और खुदरा दवा विक्रेताओं के अलावा निजी अस्पतालों में जाकर दवाओं की जांच करें। औषधि निरीक्षक यह सुनिश्चित करें कि एक्सपायर हो चुकी दवाओं की मेन्युफैक्चरिगं और एक्सपायरी डेट की तिथि को बदलकर बाजार में तो नहीं बेचा जा रहा है। ऐसा मामला मिलने पर संबंधित व्यक्ति व संस्थान के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई करें। औषधि निरीक्षकों को कहा गया है कि वह ऐसी दवाओं की भी जांच करें, जिनका लेबल आसानी से मिट जा रहा है। लेबल मिटने वाली दवाओं का सैंपल लिया जाए और सैंपल को औषधि निदेशालय को सौंपे, जिससे आगे की कार्रवाई की सुनिश्चित की जा सके। औषधि निरीक्षकों को एक सप्ताह के अंदर जांच कर रिपोर्ट देने को कहा गया है।

बोकारो के सिविल सर्जन डॉ. सोबान मुर्मू ने बताया कि निजी अस्पतालों में मरीजों को दी जाने वाली दवाओं की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच टीम का गठन किया जाएगा। समय-समय पर टीम के सदस्य निजी अस्पतालों में जाकर वहां की दवाओं की जांच करेंगे। अगर किसी अस्पताल में एक्सपायरी दवा मिलती है तो संचालक पर कार्रवाई होगी।

Advertisement