एक पैथोलॉजिस्ट के नाम पर 20 लैब

अलीगढ़। जिले में दर्जनों पैथोलॉजी लैब अवैध रूप से संचालित की जा रही रखी हैं। स्वास्थ्य विभाग ने एक-एक पैथोलॉजिस्ट के नाम से 20-20 झोलाछाप लैब पंजीकृत कर दी हैं। शहर के पीजी पैथोलॉजिस्टों ने ऐसी लैबों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। अलीगढ़ एसोसिएशन ऑफ प्रैक्टिसिंग पैथोलॉजिस्ट के अध्यक्ष डॉ. एसके जैन बताया कि दिसंबर 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने पैथोलॉजी जांच की रिपोर्ट को प्रमाणित करने के लिए एमसीआई (मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया) द्वारा पंजीकृत तथा पोस्ट ग्रेज्युएट डिग्रीधारक चिकित्सक को ही अधिकृत माना था। कुछ सालों से इस क्षेत्र में नॉन पैथोलॉजिस्ट तथा फर्जी चिकित्सा कर्मी लैब खोलकर जांच रिपोर्ट दे रहे हैं। पैथोलॉजिस्टों ने बताया कि शहर में कुल 15 डिग्रीधारक पैथोलॉजिस्ट हैं, लेकिन लैब 200 से ज्यादा संचालित हैं। वे यह मामला सीएमओ के संज्ञान में ला चुके हैं और उन्हें अधिकृत पीजी पैथोलॉजिस्टों की सूची भी सौंप दी है।
इस बारे में सीएमओ डॉ. एमएल अग्रवाल ने छापेमारी का भरोसा दिया है। सीएमओ ने बताया कि अवैध पैथोलॉजी लैबों के खिलाफ जल्द ही छापेमारी होगी। अधिकृत पैथोलॉजिस्ट ही लैब चला सकेंगे। पंजीकरण के दौरान पैथोलॉजिस्ट का सत्यापन होगा। सीएमओ को सौंपी गई सूची में कुमार पैथोलॉजी के डॉ. राजेंद्र कुमार, जैन पैथोलॉजी के डॉ. एसके जैन, अशोक पैथोलॉजी के डॉ. अशोक कुमार, वाष्र्णेय पैथोलॉजी के डॉ. यूएस वाष्र्णेय, माधवी डायग्नोस्टिक के डॉ. अनिल मिश्रा, मॉर्डन पैथोलॉजी लैब के डॉ. उरुष आबिदी, अवस्थी पैथोलॉजी की डॉ. रिद्धि अवस्थी, प्रकाश पैथोलॉजी के डॉ. आर कुमार, रेक्स पैथोलॉजी के डॉ. मनीष कुमार, हाइटेक पैथोलॉजी के डॉ. भरत कुमार वाष्र्णेय, साइंटिफिक पैथोलॉजी की डॉ. मनोरंजना, जैन पैथोलॉजी की डॉ. अंशु जैन, संजय पैथोलॉजी की डॉ. अग्रवाल, मूलचंद पैथोलॉजी की डॉ. हिमा वाष्र्णेय, देव हॉस्पिटल की डॉ. अभिनव अक्षत शामिल हैं।
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