फार्मा कंपनियों पर गिरेगी गाज!

गड़बड़ी

मुंबई। खोखले दावे कर लोगों को लूभाने वाली कंपनिया अब नहीं बचने वाली, यह बात फूड एंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेटिव(एफडीए) ने साफ कर दी है। ये उन सभी के लिए सीख है जो 10 दिन में मोटे होने या 30 दिन में गोरे होने जैसे दावे देखकर दवाई लेते है।

मिली जानकारी के अनुसार, मुंबई के धमेंद्र ने टेलिमेडिसिन कंपनी टेलिमार्ट से मोटापा कम करने के लिए मेटास्लिम नाम की दवा खरीदी। धर्मेंद्र के अनुसार, कंपनी ने निर्धारित समय में मोटापा कम करने का दावा किया लेकिन इसका असर हुआ नहीं। इसके बाद धर्मेंद्र ने एफडीए में लिखित शिकायत दी। एफडीए ने मामले की जांच शुरू की, तो उपरोक्त दवा बनाने वाली कंपनी फॉर्चून फार्मासियुटिकल द्वारा कई तरह की लापरवाही के मामले सामने आए।

मामले को गंभीरता से लेते हुए कंपनी और टेलिमार्ट शॉपिंग के खिलाफ गोरेगांव में धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज कराया गया है और इसकी जांच जारी है।

 

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