फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने सरकार को लिखा पत्र 

अम्बाला। महाराष्ट्र स्टेट फार्मासिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश तांडले ने राज्य एवं केंद्रीय सरकार को पत्र लिखकर जानना चाहा है कि जब देश एक और पढ़ाई एक है तो नियम-कायदे कानून अलग-अलग क्यों हैं? उन्होंने लिखा है कि औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम में डिप्लोमा इन फार्मेसी धारी व्यक्ति को डॉक्टर द्वारा सुझाए गए नामों का पर सबस्टीच्यूट करने का अधिकार नहीं है तो ऐसे में जन औषधि केंद्रों पर फार्मासिस्टों को सबस्टीच्यूट करने की अनुमति देना कहां तक न्यायोचित है? यदि सरकार की कार्यप्रणाली में पारदर्शिता है तो वह फार्मासिस्टों को देशभर में किसी भी डॉक्टर की सुझाव पट्टी का पर सबस्टीच्यूट करने का अधिकार दें । कैलाश तांडले ने बताया कि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वस्त किया कि वे अविलंब इस बारे में अपनी स्वीकृति एवं विशेष सुझाव वाला पत्र केंद्र सरकार को भेज देंगे ताकि एक देश में एक कानून भी लागू हो सके।
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