नई दिल्ली। RML हॉस्पिटल (राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल) में इलाज के नाम पर रिश्वत लेने के मामले का पर्दाफाश हुआ है। सीबीआई ने इस मामले में 2 डॉक्टरों समेत 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि यह गिरोह डॉक्टरों के साथ मिलकर मरीजों से इलाज के नाम पर रिश्वतखोरी कर रहा था।

सीबीआई ने इनकी शिकायतें मिलने पर इस गिरोह पर शिकंजा कसा है। आरएमएल के जिन दो डॉक्टर्स को गिरफ्तार किया गया है, उनमें कार्डियोलॉजी विभाग के डा. पर्वतगौड़ा और डॉ. अजय राज शामिल हैं।

एफआईआर में ये लोग भी शामिल

सीबीआई ने द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर में 16 डॉक्टर्स, मेडिकल उपकरण बेचने वाले डीलर, हॉस्पिटल के नर्सिंग कर्मचारी और अन्य लोग शामिल हंै। सीबीआई के अनुसार रजनीश कुमार, क्लर्क भुवाल जयसवाल,  संजय कुमार और विकास कुमार को भी गिरफ्तार किया गया है।

6 दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया

आरोप है कि क्लर्क भुवाल जयसवाल ने डॉक्टरों के साथ मिलकर मरीजों को भर्ती कराने के लिए उनके परिजनों से रिश्वत ली वहीं, संजय कुमार ने फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट जारी करने के लिए रिश्वत ली। डॉक्टर्स और डीलरों से जुड़े कई ठिकानों पर छापेमारी की गई है। सीबीआई ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर 6 दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया है।

रिश्वत लेते हुए दबोचा

आरएमएल अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर पर्वतगौड़ा को ढाई लाख रुपये की रिश्वत के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार किया गया है। गौड़ा ने यूपीआई के जरिए पैसा लिया था। रजनीश कुमार जो कि आरएमएल अस्पताल की कैथ लैब में सीनियर टेक्निकल इंचार्ज है, को भी गिरफ्तार किया है।

कार्डियोलॉजी विभाग में प्रोफेसर डॉक्टर अजय राज, नर्स शालू शर्मा, क्लर्क भुवल जैसवाल व संजय कुमार गुप्ता और पांच अन्य लोग, जिसमें चार अलग-अलग इक्यूपमेंट सप्लाई करने वाली कंपनी में काम करते हैं। उपरोक्त सभी को गिरफ्तार किया गया है।