तिल्दा -नेवरा (रायपुर)। बच्चों के कान्हा हॉस्पिटल पर प्रशासन ने ताला जड़ दिया है। इस अस्पताल को लाइसेंस के बगैर ही अवैध रूप से चलाया जा रहा था। हॉस्पिटल में ही संचालित मयंक मेडिकल स्टोर में भारी मात्रा में एक्सपायरी दवा मिलने पर ताला जड़ दिया गया है। जिला प्रशासन ने दो दिन पूर्वचलाए जा रहे मयंक मेडिकल स्टोर में एक्सपायरी दवाइयां बरामद की थी।
यह है मामला
तिल्दा -नेवरा नगर में स्थित कान्हा बच्चों के हॉस्पिटल के डाक्टर ने एक डेढ़ वर्षीय बच्चे के इलाज के लिए कुछ दवाइयां लिखी थी। डॉक्टर की लिखी गई पर्ची के अनुसार अस्पताल परिसर में ही बने मयंक मेडिकल स्टोर से दवा ली गई थी। जब परिजनों ने मासूम को दवा पिलाई तो उसकी तबियत बिगडऩे लगी। बच्चे को तुरंत शासकीय हॉस्पिटल में ले जाकर दिखाया गया।
वहां डॉक्टर से बातचीत के बाद पता चला कि बच्चे को पहले दी गई दवाइयां एक्सपायर्ड थी। शासकीय स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर ने मौके पर जाकर मेडिकल स्टोर का निरीक्षण किया। स्टोर में आधे से ज्यादा एक्सपायरी दवाएं बरामद की गई। वहीं इसकी जानकारी ड्रग विभाग रायपुर को भी दी गई।
ड्रग विभाग ने दवा स्टोर बंद रखने के दिए थे निर्देश
ड्रग विभाग के अधिकारियों ने भारी मात्रा में कथित मेडिकल स्टोर्स से एक्सपायरी दवाइयां बरामद की। साथ ही मेडिकल संचालक को दवा स्टोर बंद रखने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद हॉस्पिटल के अंदर दीवार में लगी खिडक़ी से दवाओं का लेन-देन किया जाता रहा।
इसके अलावा, कान्हा हॉस्पिटल अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। अस्पताल संचालक को कई बार नर्सिंग होम एक्ट के तहत दस्तावेज पूर्ण करा लेने की दिायत दी जा चुकी थी। लेकिन वे हमेशा स्वास्थ्य विभाग के बीएमओ को आश्वस्त करते रहे। इस मामले पर संबंधित विभाग से पूर्व में आदेश भी जारी किया गया था कि दस्तावेज पूर्ण होते तक हॉस्पिटल बंद रखें। इसके बावजूद हॉस्पिटल प्रबंधन विभागीय आदेशों को नजर अंदाज करता रहा।
मयंक मेडिकल स्टोर्स पर तालाबंदी
इस मामले को लेकर क्षेत्रवासियों ने शहर में प्रदर्शन किया। तहसील प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए कान्हा हॉस्पिटल एवं मयंक मेडिकल स्टोर्स पर तालाबंदी कर दी।