उत्तर प्रदेश के महोबा में गलत इंजेक्शन लगने से मरीज की मौत के मामले में पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर आरोपी फार्मासिस्ट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह कार्रवाही कोर्ट के आदेश पर हुई। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
थाना खन्ना के गांव बरभौली के रहने वाले विक्रम यादव ने बताया कि उसकी मां प्रेमा उसके पिता लालू उर्फ देवी प्रसाद को लेकर फोड़ा का इलाज कराने 27 सितंबर की दोपहर दो बजे स्वास्थ्य केंद्र खन्ना गई थी। उसके पिता लालू पूरी तरह स्वस्थ्य थे। फोड़ा के अलावा उन्हें कोई बीमारी नहीं थी, लेकिन पर्चा बनवाकर जैसे ही डॉ. नरेश वर्मा के पास गए तो डॉक्टर ने गलत इंजेक्शन लगा दिया, जिससे उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गई।
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प्रेमी देवी ने जब गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरु किया तो डॉ नरेश वर्मा ने उनके हाथ से से पर्चा छीन लिया और किसी अज्ञात व्यक्ति से फोन कराकर 108 एंबुलेंस को सूचना दी। इसके बाद उन्हें मौदहा के सरकारी अस्पताल भिजवा दिया।
बाद में पता चला कि नरेश वर्मा डॉक्टर नहीं फार्मासिस्ट है। उसी दिन मां ने पुलिस और एसपी को शिकायती पत्र दिया पर कोई मुकदमा नहीं हो सका। इसके बाद विक्रम ने कोर्ट का सहारा लिया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने डॉ. नरेश वर्मा फार्मासिस्ट के विरुद्ध संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर इसकी विवेचना शुरू की है।