रायबरेली। डायरिया के इलाज की दवा का सैंपल जांच में फेल पाया गया है। बाजार में बिक रही यह दवा मानकों पर खरी नहीं उतरी। प्रयोगशाला की रिपोर्ट आने के बाद संबंधित बैच नंबर की दवा की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। वहीं, मेडिकल स्टोर संचालक और मुजफ्फरनगर की दवा निर्माता कंपनी को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
दवा को कंपनी में वापस लौटाने के आदेश
ड्रग इंस्पेक्टर शीवेंद्र प्रताप सिंह ने ने दिसंबर 2023 को शहर के कहारो का अड्डा स्थित आजाद मेडिकल स्टोर से लोकेरा माइड टैबलेट का सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजा था। अब सैंपल की जांच रिपोर्ट आई है।
इस दवा में डायरिया के मरीजों के इलाज के लिए उपलब्ध तत्व मानक के अनुरूप नहीं मिले। रिपोर्ट आने पर ईटी2314 बैच नंबर की संबंधित दवा की बिक्री रोक दी गई है। ड्रग इंस्पेक्टर ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को संबंधित दवा को कंपनी को वापस करने के आदेश दिए हैं।
बताया गया है कि मेडिकल स्टोर संचालक और मुजफ्फरनगर की दवा निर्माता कंपनी एसके रेमेडीज को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। जल्द ही सभी औपचारिकताएं पूरी कराकर एसीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज किया जाएगा। वहीं, संबंधित बैच नंबर की दवा की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। ड्रग इंस्पेक्टर ने कहा कि निरीक्षण के दौरान मेडिकल स्टोरों पर संबंधित दवा मिली तो कार्रवाई की जाएगी।