प्राइवेट हॉस्पिटल्स आज से आयुष्मान योजना के तहत इलाज नहीं करेंगे !

कान्हा हॉस्पिटल

हिसार (हरियाणा)। राज्य के प्राइवेट हॉस्पिटल्स ने शनिवार से आयुष्मान योजना के तहत मरीजों का इलाज नहीं करने का फैसला लिया है। बताया गया है कि इस योजना में हरियाणा के निजी अस्पतालों के करीब 300 करोड़ रुपये सरकार की ओर बकाया हैं। इन्हें देने में सरकार आनाकानी कर रही है। सरकार की इस अनदेखी की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पताल में गरीबों को इलाज कराना मुश्किल हो सकता है।

आईएमए और एनएमओ ने जताया विरोध

अब प्राइवेट अस्पतालों ने आज से इस योजना के तहत इलाज बंद करने का फैसला लिया है। निजी अस्पतालों को सरकार द्वारा आयुष्मान योजना के तहत बकाया राशि का भुगतान न करने से डॉक्टरों ने शनिवार से आयुष्मान लाभार्थियों का इलाज करने से इनकार कर दिया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन (एनएमओ) के अनुसार बकाया का भुगतान नहीं होने तक वे आयुष्मान योजना के लाभार्थियों का इलाज नहीं करेंगे।

हिसार में सबसे ज्यादा लाभार्थी

हिसार जिले में 9,22,087 लोगों के आयुष्मान योजना के तहत कार्ड बने हैं। योजना के तहत 1,73,265 लाभार्थी ले चुके हैं। लाभार्थियों ने शहर के निजी और सरकारी अस्पतालों में इस योजना के तहत अपनी बीमारी का इलाज करवाया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिले में आयुष्मान योजना के तहत 113 अस्पताल पैनल में हैं। इनमें से 79 अस्पताल प्राइवेट हैं।

इनमें से महाराजा अग्रसेन मेडिकल कॉलेज अग्रोहा, नागरिक अस्पताल, सब डिविजन अस्पताल और एक सैनिक अस्पताल में इस सुविधा को लागू किया है। आयुष्मान योजना के तहत प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के करीब 300 करोड़ रुपये बकाया है।

बकाया नहीं तो इलाज नहीं

प्राइवेट हॉस्पिटल्स

आईएमए हिसार के जिला प्रधान डॉ. जशवंत ने कहा कि जब तक बकाया राशि नहीं मिलेगी, तब तक आयुष्मान लाभार्थियों का उपचार नहीं करेंगे। वहीं, एसोसिएशन के राज्य प्रधान डॉक्टर अजय महाजन का कहना है कि योजना के तहत इलाज मुहैया करवाकर नुकसान झेल रहे हंै।