मंडला (मध्य प्रदेश)। ब्लड बैंक में कमीशनखोरी का मामला सामने आया है। इस खेल से जुड़े 3 कर्मचारियों की नौकरी समाप्त कर दी गई है और 11 को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। फिलहाल अस्पताल में सक्रिय ब्लड माफिया गिरोह के सदस्य फरार बताए जा रहे हंै।

ब्लड बैंक कर्मियों के बीच सांठगांठ उजागर

ब्लड माफिया और ब्लड बैंक कर्मियों के बीच सांठगांठ का मामला सामने आया है। गिरोह के लोग भोले-भाले, गरीब ग्रामीणों से मुफ्त में खून लेते और उसके बदले कर्मचारियों से मिलीभगत कर हजारों रुपये कमाते थे।
मोहगांव क्षेत्र का एक ग्रामीण अस्पताल में भर्ती हुआ। उनको खून की जरूरत पड़ी तो ब्लड माफिया ने इस ग्रामीण से एक यूनिट ब्लड के बदले 34 सौ रुपये ऐंठ लिए। ग्रामीण ने इसकी शिकायत जिला और स्वास्थ्य प्रशासन से की।

पैथोलॉजिस्ट से जवाब-तलब

शिकायत मिलने पर जिला और स्वास्थ्य प्रशासन ने मामले की जांच की। जांच में ब्लड बैंक विभाग और खून के दलालों की सांठगांठ उजागर हुई। मुख्य चिकित्सा और जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि ब्लड सेंटर की अनुबंधित फर्म सूर्य चेरिटेबल ट्रस्ट मुम्बई के 3 कर्मचारियों शुभम जंघेला (लैब सुपरवाइजर), दुर्गेश और कमलेश की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। वहीं लैब के नियमित टेक्नीशियन और सहायकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। इसके अलावा, जिला चिकित्सालय के पैथोलॉजिस्ट से भी जवाब तलब किया है।