बदायूं। औषधि प्रसाधन विभाग की ओर से जिले के अलग-अलग स्थानों पर अब तक कुल 14 स्थानों पर छापेमारी की गई। इसमें कुल 44 नमूने एकत्र किए गए, जिनमें दो दवाओं के नमूनों फेल पाए गए। इसमें एक बुखार, दर्द आदि की पीएएस-पी टेबलेट और दूसरा सैनिटाइजर था। पीएएस-पी दवा जहां अधोमानक पाई गई वहीं सैनिटाइजर मिस ब्रांडेड मिला है। दोनों मामलों में संबंधित विक्रेता को नोटिस जारी कर दवा कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र मुख्यालय भेजा गया है।
खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रसाधन विभाग ने शासन के निर्देशानुसार इस 2021-22 वित्तीय वर्ष में कई जगह छापामारी कर सैंपल भरे। इसमें औषधि प्रसाधन विभाग के निरीक्षक नवीन कुमार ने मई 2021 में उझानी के भगवान सेल्स कारपोरेशन घंटाघर से पीएएस-पी दवा समेत कई दवाओं के सैंपल लिए थे। इन सभी दवाओं को जांच के लिए लखनऊ स्थित लैब भेजा गया था। सितंबर में प्राप्त हुई रिपोर्ट में एीएएस-पी टेबलेट को अधोमानक बता कर दवा के नमूने को फेल कर दिया गया।
बताया गया कि टेबलेट पर लिखे डिस्क्रप्शन और दवा मिले तत्वों में भिन्नता है। इस पर औषधि निरीक्षक नवीन कुमार ने दवा विक्रेता को नोटिस भेजकर, संबंधित दवा कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए लखनऊ मुख्यालय को पत्र भेजा है। वहीं जून 2021 में बिल्सी के रामप्रसाद केदारनाथ मेडिकल स्टोर से सैनिटाइजर का सैंपल लिया था। इसे भी लखनऊ स्थित लैब भेजा गया। सितंबर माह में प्राप्त हुई रिपोर्ट में इसे मिस ब्रांडेड पाया गया। बताया कि प्रोडक्ट पर चस्पा लेबल से संबंधित डिटेल प्राप्त नहीं है। इसके चलते औषधि निरीक्षक नवीन कुमार द्वारा संबंधित मेडिकल स्टोर को नोटिस जारी किया गया है। इस मामले की जांच अभी जारी है।