उत्तराखंड के दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब मरीज को डिस्पेंसरी से केवल पांच दिन की ही दवा मिलेगी। इस बाबत एमएस डॉ. यूसुफ रिजवी की ओर से आदेश जारी किए गए हैं।
आदेश में डॉक्टरों को भी सख्त हिदायत दी गई है। लंबी चलने वाली दवाइयों के लिए थोड़ा छूट दी गई है। दून अस्पताल के डिप्टी एमएस, डॉ. धनंजय डोभाल ने कहा कि आदेश की वजह से दिक्कत आने पर इसमें संशोधन भी किया जा सकता है। लंबी चलने वाली दवाइयां पंद्रह दिन के लिए दी जा सकती हैं।
दरअसल, बीपी-शुगर के मरीजों की दवाएं, गर्भवती महिलाओं की आयरन, कैल्शियम और विटामिन की दवाइयां लंबे समय तक चलती हैं।
कई डॉक्टर भी इस आदेश को गलत ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि एंटीबायोटिक तो पहले से पांच दिन की लिखी जाती रही है, लेकिन जरूरी और लंबे समय तक चलने वाली दवा को पांच दिन लिखना ठीक नहीं है।