नई दिल्ली : दिल्ली के एक निजी अस्पताल ने दवा प्रतिरोधी तपेदिक (डीआर-टीबी) का इलाज निशुल्क उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार के साथ साझेदारी की है।

अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि नई दवा अब केवल सरकार द्वारा निर्धारित केंद्रों और बीलएके-मैक्स अस्पताल में मिलेगी।

उन्होंने बताया कि दिल्ली राज्य टीबी नियंत्रण कार्यालय ने हाल में बीएलके-मैक्स अस्पताल से डीआर टीबी के खिलाफ इस राष्ट्रीय लड़ाई में सहयोग के लिए प्रस्ताव दिया था, ताकि निजी क्षेत्र में भी टीबी की दवाइयां दी जा सकें।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, विकासशील देशों में टीबी जन स्वास्थ्य के लिए एक प्रमुख चिंता का विषय है और दुनिया के 25 फीसदी टीबी के मामले भारत में हैं।

टीबी के जो मरीजों डीआर-टीबी की चपेट में आ जाते हैं उनकी स्थिति काफी खराब हो जाती है और ऐसे मरीज परिवार और समाज में टीबी फैला सकते हैं।

बीएलके मैक्स ‘सेंटर ऑफ चेस्ट एंड रेस्पिरेटरी डिसीज़’ के वरिष्ठ निदेशक डॉ संदीप नय्यर ने कहा, ‘ बीमारी के बारे में सभी तरह के लोगों के बीच जागरुकता की भी जरूरत है। इस बीमारी का सही तरीके से पता लगाना और फिर मुंह से ली जाने वाली दवाई के जरिए बेहतर इलाज बेहद आवश्यक है।”