यूपी के आगरा में मानसिक रोगियों को अब फोन पर इलाज की सुविधा मिल सकेगी। उन्हें अस्पताल आने की जरूरत नहीं होगी। 10 अक्टूबर को मानसिक आरोग्यशाला में टेलीमेडिसिन सेवा शुरू होने जा रही है, जिसके बाद मरीजों को एक नंबर डायल करने के बाद उन्हें परामर्श और इलाज दोनों मिल जाएगा।

यूपी के गोरखपुर और आगरा की मानसिक आरोग्यशाला में यह नया प्रयोग शुरू किया जा रहा है। इस सेवा में हेल्पलाइन नंबर की जगह काउंसलर, मनोचिकित्सक और कंसलटेंट मरीजों को सेवाएं देंगे।

डीपीएम कुलदीप भारद्वाज ने बताया कि लोगों के बीच मानसिक विकृति बढ़ती जा रही हैं। अस्पताल है लेकिन मरीज वहां जाने में घबराते हैं। उन्हें लगता है कि अगर अस्पताल गए तो लोग उन्हें गलत तरीके से देखेंगे।

इस चक्कर में उनकी दिक्कत और बढ़ जाती है और उन्हें सही समय पर सही इलाज नहीं मिल पाता है। इस फैसले से उन मरीजों को फायदा होगा जो इन सब परेशानियों से जूझ रहे हैं।

इसे रोकने के लिए सरकार ने टेलीमेडिसिन की सेवा शुरू करने का फैसला किया है। दिमाग में किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर लोग फोन करके विशेषज्ञों से सलाह ले सकेंगे। साथ ही उनसे दवाइयां लिखवा सकेंगे।

इसके लिए जल्द ही हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिया जाएगा। इसके साथ ही मानसिक रोगों की दवाएं काफी महंगी आती है। जिससे मरीजों को मुफ्त में दी जाएंगे मरीजों को ले सकते हैं। आने वाले समय में भी जाएंगे जिससे मरीजों को आसानी से उपलब्ध हो सके।