चंडीगढ़।  देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 24 हजार के पार पहुंच गई है।  पूरे देश में लोगों की जांच की संख्या बढ़ाई जा रही है जिसके चलते नए केस तेजी से सामने आ रहे हैं।  जहां एक ओर भारत ने चीन और साउथ कोरिया से कोरोना वायरस की जांच किट  मंगाई हैं वहीं भारत में भी इसे बनाने का काम शुरू हो गया है।  साउथ कोरिया की डायग्नोस्टिक किट निर्माता कंपनी एसडी बायोसेंसर ने हरियाणा के गुरुग्राम में रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट बनाने की शुरुआत कर दी है।  कंपनी का दावा है कि ये किट कोविड19 का टेस्ट 15 मिनट में कर देती है।

मानेसर प्लांट हेड, अंशुल सारस्वत का कहना है कि हमें छत्तीसगढ़ से इस किट के लिए ऑर्डर मिले हैं। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने भी 1 लाख किट का ऑर्डर दिया था जिसमें से 25 हजार किट डिलिवर की जा चुकी हैं।  बाकी भी जल्द भेज दी जाएंगी।  सारस्वत ने बताया कि कुछ और उत्पादों की जांच आईसीएमआर द्वारा की जा रही है।
पिछले दिनों भारत ने चीन से 5.5 लाख टेस्ट किट खरीदी थी लेकिन कई राज्यों में नमूनों की जांच संतोषजनक नहीं थी इसलिए भारत ने 2 दिन के लिए एंटीबॉडी रैपिड टेस्टिंग किट के परीक्षण पर रोक लगा दी थी।  इस प्रकरण के बाद भारत में कोविड-19 की त्वरित जांच के लिए 5.5 लाख किट की आपूर्ति करने वाली चीन की दो कंपनियों ने कहा है कि वे अपने उत्पादों के परिणामों में सटीकता नहीं होने की शिकायतों के मामले में जांच में सहयोग को तैयार हैं। अलग-अलग बयानों में ग्वांगझोऊ वोंदफो बायोटेक और लिवजोन डायग्नोस्टिक्स ने कहा कि वे अपने उत्पादों के लिए गुणवत्ता नियम का कड़ाई से पालन करती हैं।  कंपनियों ने कहा कि सटीक परिणाम पाने के लिए किटों को रखे जाने और उनके इस्तेमाल के लिए विशेष दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए।