नई दिल्ली। अल्प्राजोलम टेबलेट की अवैध निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की पहचान जिला बिजनोर निवासी संजय कुमार शर्मा (42) और उत्तर प्रदेश के जिला बागपत निवासी राजवीर उर्फ राजीव कुमार (38) के रूप में हुई है। बताया गया है कि आरोपी राजवीर अल्प्राजोलम बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल का सप्लायर था।
यह है मामला
जानकारी अनुसार पुलिस ने 25 अप्रैल को एक अंतर-राज्य साइकोट्रोपिक पदार्थ आपूर्ति कार्टेल का भंडाफोड़ किया था। इसमें तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों चौधरी, रचित और वांगा राजेंद्र गौड़ से पुलिस पूछताछ में पता चला कि इस गिरोह के मास्टरमाइंड ने गजरौला के गांव सलेमपुर गौसाई में टपकेश्वर मंदिर के पास मादक पदार्थ अल्प्राजोलम बनाने की अवैध फैक्ट्री स्थापित की थी।
अमरोहा ड्रग्स विभाग के अधिकारियों और स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में फैक्ट्री की तलाशी ली गई और अल्प्राजोलम के निर्माण के लिए इस्तेमाल होने वाले बड़ी संख्या में कच्चे माल की बरामदगी हुई। इसमें कुल मिलाकर 1170 किलोग्राम नमक और 400 लीटर रसायन मिला।
फैक्ट्री मालिक संजय गिरफ्तार
पुलिस उपायुक्त (विशेष शाखा) अमित कौशिक ने कहा कि यह फैक्ट्री अवैध रूप से चल रही थी और अल्प्राजोलम के उत्पादन के लिए पूरी तरह सुसज्जित थी। फैक्ट्री को जब्त कर लिया गया, लेकिन मालिक और कच्चे माल के सप्लायर बड़े पैमाने पर थे। फैक्ट्री के मालिक संजय को 14 मई को गिरफ्तार कर लिया गया।
उसके पास किसी दवा या अल्प्राजोलम के निर्माण के लिए ड्रग विभाग से कोई लाइसेंस नहीं था। आरोपी संजय के घर से उसके सहयोगियों से संपर्क करने और कार्टेल चलाने के लिए इस्तेमाल किए गए दो मोबाइल फोन जब्त किए गए। कच्चे माल के आपूर्तिकर्ता राजवीर को गिरफ्तार कर लिया गया।