सिरोही (राजस्थान)। औषधि नियंत्रण अधिकारियों ने शहर के आखरिया चौक में बिना लाइसेंस के चल रहे दवा गोदाम पर छापामारी की। वहां से बुखार, दर्द निवारक व एंटीबायटिक समेत अन्य दवाइयों के करीब 60 कार्टन जब्त किए हैं। नकली दवा होने के संदेह में 4 दवाइयों के सैंपल भी लिए, जिन्हें जांच के लिए लैब में भिजवाया जाएगा। इधर, जब कार्रवाई शुरू हुई तो फर्म मालिक ने अधिकारियों पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। इस दौरान कार्रवाई कर रहे अधिकारियों व दवा विक्रेताओं के बीच नौक-झोंक भी हुई।
जानकारी अनुसार सिरोही औषधि नियंत्रण अधिकारी पुष्पा सोलंकी, जालोर औषधि नियंत्रण अधिकारी अशोक मीणा, औषधि नियंत्रण अधिकारी सायरा बानू ने पुलिस दल के साथ मिलकर आखरिया चौक में दवा के अंडर ग्राउंड गोदाम पर छापा मारा। कार्रवाई के दौरान गोशाला सडक़ पर स्थित लक्ष्मी फार्मा के मालिक महेंद्र कुमार अग्रवाल ने अधिकारियों को बताया कि यह गोदाम उसकी पत्नी आशा अग्रवाल का है। अधिकारियों ने दवा गोदाम का लाइसेंस मांगा तो अग्रवाल टालमटोल करने लगा। इस पर अधिकारियों की टीम ने गोदाम में दवाइयों से भरे हुए कार्टन का सर्वे शुरू किया। इसी दौरान गोदाम मालिक अग्रवाल ने एक लाख रुपए की रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई को गलत बताया। सिरोही औषधि नियंत्रण अधिकारी पुष्पा सोलंकी ने बताया कि कुछ दिनों पूर्व इस गोदाम के बारे में जानकारी मिली थी। इसको लेकर जालोर-सिरोही की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि इनके पास न तो गोदाम चलाने के लाइसेंस था और न ही दवाइयों के बिल हैं। डीआई सोलंकी ने बताया कि जेनरिक दवाइयों के नकली होने के आधार पर 4 दवाइयों के सैंपल लिए गए है। इनकी रिपोर्ट 1 से 2 महीने में आएगी। इसके साथ ही गोदाम को सीज किया गया है।