झारखंड के बगहा में अवैध नर्सिंग होम पर प्रशासन का लगातार छापेमारी अभियान चला रहा है, लेकिन छापेमारी से पहले ही संचालकों को इस बात की जानकारी हो जा रही है और संचालक मौके से फरार हो जा रहे हैं।

बगहा में नवागत एसडीएम डॉक्टर अनुपमा सिंह के पदग्रहण करने के बाद अवैध नर्सिंग होम संचालकों और झोला छाप डॉक्टरों पर शामत आ गई है. फर्जी क्लिनिकों और अल्ट्रासाउंड संस्थानों में छापेमारी की कार्रवाई जारी है।

एसडीएम और जिला प्रशासन के निर्देश पर रामनगर थाना क्षेत्र के इलाके में फर्जी क्लिनिको और अल्ट्रासाउंड संस्थानों में लगातार छापेमारी हो रही है. चार दिन पूर्व गठित छापेमारी दल ने एक नर्सिंग होम में जांच किया जिसमें दर्जनों ऑपरेटेड मरीज मिले. इनमें से 6 महिला मरीजों का गर्भाशय ही निकाल लिया गया था.

हालांकि जांच टीम ने इस संस्थान को सील करने और रेस्क्यू किए गए मरीजों को स्वास्थ्य केंद्र में ले जाने की बात कही थी लेकिन ये सभी मरीज अचानक से फरार हो गए. जिसके बाद एसडीएम ने खुद जाकर जांच पड़ताल किया और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों की जांच कर कार्रवाई की बात कही।

इतना ही नहीं उन्होंने दो अन्य अवैध नर्सिंग होम में छापेमारी भी की, लेकिन कुछ खास हाथ नहीं लगा. एक मर्तबा फिर आज मेडिकल जांच टीम ने छापेमारी किया लेकिन उनके क्लीनिको में पहुंचने से पहले ही नर्सिंग होम के संचालक व फर्जी चिकित्सक फरार हो गए.