नोएडा। अवैध नशा मुक्ति केंद्रों पर छापेमारी का मामला सामने आया है। दबिश के दौरान अवैध केंद्र के एक कमरे में 30 नशेड़ी बंद पाए गए। यह कार्रवाई स्वास्थ्य विभाग के अधीन जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ (डीटीसीसी) की टीम ने पुलिस के साथ की।
यह है मामला
स्वास्थ्य विभाग के अधीन जिला तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ (डीटीसीसी) की टीम ने सेक्टर-63ए में बिना लाइसेंस अवैध रूप से चलाए जा रहे नशों मुक्ति केंद्रों के खिलाफ छापेमारी की गई। छापे की सूचना से दो संचालक नशा मुक्ति केंद्र बंद कर फरार हो गए। अन्य दो नशा मुक्ति केंद्रों में भारी अनियमितताएं मिली हंै। एक छोटे से कमरे में कहीं 27 तो कहीं 30 मरीज भर्ती मिले हैं।
कमरे में 30 मरीज भर्ती मिले
छापेमारी की सूचना से दो संचालक नशा मुक्ति केंद्र बंद कर फरार हो गए। जबकि दो नशा मुक्ति केंद्रों में कई अनियमितता मिली है। जहां एक छोटे से कमरे में कहीं 27 तो कहीं 30 लोग भर्ती मिले।
टीम के मांगने पर केंद्र संचालक जरूरी लाइसेंस नहीं दिखा पाए। इस कारण उन्हें नोटिस सौंपे गए हंै। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर केंद्र संचालक के खिलाफ एफआइआर दर्ज करवाई जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों का कहना है कि सेक्टर-63ए के सी-26, सी-32, सी-104, डी-391 में नशा मुक्ति केंद्र के संचालन की सूचना मिली थी। कार्रवाई के लिए टीम गठित की गई थी। लेकिन टीम के मौके पर पहुंचने से पहले सी-26 और सी-32 के घर में संचालित नशा मुक्ति केंद्र का संचालक केंद्र को बंद कर फरार हो गया। पुलिस और प्रशासन के रिकार्ड में इन नशा मुक्ति केंद्रों का ब्योरा नहीं है। यहां ठहरे लोगों का भौतिक सत्यापन नहीं कराया गया था।
पुलिस में दर्ज करवाया जाएगा केस
डीटीसीसी की सलाहकार डा. श्वेता खुराना का कहना है कि सेक्टर-63 कोतवाली पुलिस की ओर से सेक्टर-63 में चल रहे चार नशा मुक्ति केंद्रों की जानकारी दी गई थी। पुलिस टीम को साथ लेकर सोमवार को चार नशा मुक्ति केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। दो के संचालक जानकारी होने पर केंद्र को बंद करने के साथ यहां रहने वाले लोगों को दूसरी जगह ले गए। इस कारण वहां लोग भर्ती नहीं मिले, लेकिन दो केंद्रों में अनियमितता मिली हैं।