उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन में दवा आपूर्ति का ठेका लेने वाली कंपनियां दवा उपलब्ध कराने में असमर्थ है। ऐसे में अस्पतालों में दवाओं की कमी लगातार बनी हुई है ।
उधर कॉरपोरेशन एक हफ्ते में दवा आपूर्ति नहीं कर पाने वाली दो कंपनियों को डिबार घोषित कर चुका है। प्रदेश में दवाओं की मांग के आधार पर कॉरपोरेशन टेंडर जारी करता है।
अलग-अलग कंपनियां इस टेंडर में हिस्सा लेती हैं। तात्कालिक तौर पर कंपनियां दवा आपूर्ति की जिम्मेदारी लेती है लेकिन कुछ समय बाद में दवाओं की आपूर्ति करने में कटवाने लगती हैं।
ऐसे में अस्पतालों में दवाओं की कमी होने लगती है मामला को देखते हुए कॉरपोरेशन प्रबंधन ने दवा आपूर्ति करने वाली कंपनियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
2 नवंबर को डायबिटीज के मरीजों को दी जाने वाली हाइड्रोक्लोराइड 500 एमजी टेबलेट आपूर्ति न करने पर एएमजी लाइफ साइंसेज इंडिया नामक कंपनी को बैन कर दिया गया था।
अब दर्द निवारक डाइक्लोफिनेक सोडियम इंजेक्शन की आपूर्ति करने वाली एरिया केयर को डीबार किया गया है। कंपनी को तीन बार ऑर्डर देने के बाद भी इंजेक्शन की आपूर्ति नहीं की गई थी ऐसे में सप्लाईज कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक में कंपनी को 2 साल के लिए डिबार कर दिया है।