देवरिया। अस्पताल को सील करने पर जल्दबाजी में एक डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी अंदर ही रह गए। पता चलने पर अगले दिन सुबह दोबारा सील खोलकर इन्हें बाहर निकाला जा सका।

 यह है मामला

महिला मरीज की मौत के मामले में डॉक्टरों की लापरवाही सामने आने पर स्वास्थ्य विभाग ने आस्था हॉस्पिटल को सील कर दिया। टीम ने हॉस्पिटल के अंदर जांच भी नहीें की। हॉस्पिटल सील करने के कुछ घंटों बाद पता चला कि आरोपी डॉक्टर व उसकी सहयोगी स्वास्थ्य कर्मी अंदर ही बंद हो गए हैं। तब तक काफी रात हो चुकी थी। सुबह में एक बार फिर स्वास्थ्य विभाग की टीम व पुलिस मौके पर पहुंची। हॉस्पिटल संचालक की मौजूदगी में ताला खोलकर डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी को बाहर निकाला गया।

इस दौरान पुलिस ने डॉक्टर और अस्पताल संचालक प्रेम नारायण सिंह को गिरफ्तार भी नहीं किया। जबकि अस्पताल संचालक पर पहले ही तरकुलवा थाने में एफआईआर दर्ज हो चुकी है। डॉक्टर के खिलाफ मृतका के ससुर ने केस दर्ज करने के लिए शिकायत भी दी है। इसके बावजूद पुलिस की इस कार्यशैली से लोगों में आक्रोश है।

इस संबंध में सीओ सिटी संजय कुमार रेड्डी ने कहा कि अस्पताल में डॉक्टर के होने की जानकारी आप लोगों के माध्यम से मिली है। इसकी जांच की जा रही है। संचालक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। शीघ्र इस मामले में आरोपियों के विरुद्ध ठोस कार्रवाई की जाएगी।