बिहार शरीफ। क्षेत्र के मोना अस्पताल में रेड कर नर्स को ऑपरेशन करते पकड़ा गया है। सिविल सर्जन डॉ. रामसिंह ने जब अस्पताल में दबिश दी तो वहां एक भी डॉक्टर नहीं था, जबकि ओटी में एक नर्स गर्भवती महिला का सिजेरियन ऑपरेशन करती मिली। इधर, मौका देखकर अस्पताल के अन्य कर्मी फरार हो गए। हैरानी वाली बात ये है कि सिविल सर्जन बिना पुलिस बल के रेड करने कैसे चले गए। पुलि साथ नहीं होने से वे नर्स को आपरेशन करते देखने पर भी गिरफ्तार नहीं कर सके। इस बारे में सिविल सर्जन का कहना है कि सारी रिपोर्ट डीएम योगेन्द्र सिंह को दी जाएगी। उनके निर्देश पर ही आगे की कार्रवाई होगी। सीएस ने बताया कि लोगों से शिकायत मिली थी कि साठोपुर स्थित मोना हॉस्पीटल बिना रजिस्ट्रेशन व डॉक्टर के चलाया जा रहा है। मरीजों को इलाज नर्स व अन्य स्वास्थ्यकर्मी ही करते हैं। यहां तक की ऑपरेशन का भी साहस कर देते हैं। इसी शिकायत के आधार पर वे अचानक मोना हॉस्पीटल पहुंचे थे। बता दें कि दो माह पहले सिविल सर्जन डॉ. रामसिंह ने ही इसी मोना हॉस्पीटल में छापेमारी की थी। उस समय भी वहां पर कोई चिकित्सक नहीं मिले थे। जिसकी रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को दी गई थी, लेकिन आज तक इस अस्पताल प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बहरहाल, जिले में प्राइवेट अस्पतालों के लगातार मिल रहे भयावह हालात किसी बड़े रैकेट की ओर इशारा कर रहे हैं। जिन पर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो कभी भी किसी मरीज को जान गंवानी पड़ सकती है।