मदीना, रोहतक (हरियाणा)। मदीना गांव के सामान्य अस्पताल में कार्यरत स्टाफ नर्सों ने काम छोड़ हड़ताल कर दी। इस दौरान उन्होंने एसएमओ व अन्य चिकित्सकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसी अनहोनी को देखते हुए एसएमओ अस्पताल से निकल गए। दोपहर बाद सीएमओ डॉ. अनिल बिरला मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्टाफ नर्सों के साथ बातचीत करने के बाद उन्हें धरने से उठा दिया। नर्सिंग एसोसिएशन की स्टेट सेक्रेटरी सुदेश चौधरी ने बताया कि जब तक एसएमओ नर्सों से माफी नहीं मांगेंगे, तब तक अस्पताल में नर्सें काम नहीं करेंगी। इस दौरान अस्पताल में पुलिस भी तैनात रही।
बता दें कि मदीना सरकारी अस्पताल में फिलहाल 10 स्टाफ नर्स तैनात हैं। इसमें सात ड्यूटी पर हैं जबकि अन्य डेपुटेशन या छुट्टी पर हैं। यहां कार्य करने वाली स्टाफ नर्सों का कहना है कि एसएमओ उनके साथ बदतमीजी से पेश आता है। हमेशा दबाव बनाता है। जो काम उनके लेवल का नहीं है वह काम करने को दिया जाता है। वे मना करती हैं तो तनख्वाह रोक लेता है। नर्सों ने सुबह ड्यूटी पर आने के कुछ समय बाद अस्पताल परिसर में धरना दे दिया। इस दौरान जमकर नारेबाजी की गई। नर्स पूनम का कहना है कि वे मानसिक रूप से परेशान हैं। उनसे अधिकतर वह काम करने के लिए बोला जाता है जो उनके लेवल का नहीं है। मना करते हैं तो तनख्वाह रोक ली जाती है। नर्स प्रोमिला ने बताया कि चिकित्सक खुद ड्यूटी न कर ज्यादा काम उनसे करवाते हैं। लेडी डॉक्टर होने के बाद भी उन्हें डिलीवरी के लिए बोला जाता है। मानसिक रूप से दबाव बनाने की कोशिश हो रही है जिससे उनका नौकरी कर पाना मुश्किल है। धरने के दौरान अनेक मरीज अस्पताल में आए जिन्हें बगैर दवा लिए ही वापस लौटना पड़ा। उधर, एसएमओ डॉ. जोगेंद्र का कहना है कि कोई भी झगड़ा नहीं है। वे फिलहाल मानसिक रूप से थोड़ा डिस्टर्ब हैं।