आगरा। अस्पताल संचालक व चिकित्सक समेत चार लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। हरीपर्वत थाना क्षेत्र के रवि वूमेन हॉस्पिटल पर धोखाधड़ी से पैसे हड़पने और गर्भपात कराने के गंभीर आरोप लगे हैं।
2.70 लाख रुपये का पैकेज था, 10 लाख रुपये लिए
बताया गया है कि आगरा के मधुनगर की निवासी प्रियंका ने कोर्ट के जरिए हरीपर्वत थाने में केस दर्ज करवाया है। प्रियंका के अनुसार वह 17 अक्टूबर 2020 को गर्भधारण के इलाज के लिए रवि वुमन हॉस्पिटल में गई और डॉ. रजनी पचौरी तथा डॉ. पल्लवी भटनागर से सलाह ली।
उसे बताया गया कि आईवीएफ का 2.70 लाख रुपये का पैकेज है। उसे आईवीएफ के जरिए गर्भधारण करने के तीन चांस दिए जाएंगे। इसके लिए उन्होंने 2.70 लाख रुपये जमा करा लिए। आरोप है कि पहली बार गर्भधारण न होने पर दूसरी बार गर्भधारण के लिए पैकेज में कहा गया था। इसके बाद भी पैसे जमा कराए गए और गर्भपात किया गया। इस तरह करीब 10 लाख रुपये जमा करा लिए गए।
कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया
पुलिस ने जब इस मामले को दर्ज नहीं किया तो उसने कोर्ट की शरण ली। कोर्ट के आदेश पर थाना हरीपर्वत में रवि वूमेन हॉस्पिटल के संचालक डॉ.रवि मोहन पचौरी, डॉ. रजनी पचौरी, डॉ.पल्लवी भटनागर और अकाउंटेंट अंशुल सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी, गर्भपात कराने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
हॉस्पिटल संचालक ने आरोपों को नकारा
उधर, रवि वूमेन हॉस्पिटल के संचालक डॉ. रवि मोहन पचौरी का कहना है कि इस मामले में सीएमओ से जांच कराई गई है। टीम ने सभी आरोपों को निराधार बताया है। पुलिस जांच में भी यह बात सामने आ जाएगी। हमने इस मामले में मरीज के साथ कोई धोखाधड़ी नहीं की है।