नई दिल्ली। आखिरकार कई सालों के बाद संयुक्‍त राष्‍ट्र संघ ने ऐतिहासिक वोटिंग के बाद माना कि भांग एक ड्रग्स नहीं बल्कि दवा है। यूएन ने बैठक में हुए मतदान के बाद भांग को एक दवा के रूप में मान्यता मिल गई है। विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन की सिफारिश के बाद यूएन ने फैसला लिया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र के मादक पदार्थ आयोग ने भांग को ड्रग्स की श्रेणी से बाहर कर दिया है और एक दवा के रूप में मान्यता मिल गई है।

बतादें कि नारकोटिक ड्रग्स पर वार्षिक आयोग ने रिपोर्ट में कहा कि ड्रग्स एंड क्राइम ने वैश्विक नार्कोटिक ड्रग्स पर 1961 की एकल बैठक से भांग पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है। यूएन में 27 देसों ने वोट किया था, जिसमें से 25 ने समर्थन में वोट किया। वोट में साल 2019 डब्ल्यूएचओ की सिफारिश का पालन करते हुए भांग को कम खतरे वाली बताया गया। साथ ही कहा कि भांग नियंत्रण के स्तर पर निर्धारित की जानी चाहिए।

कितनी मात्रा में आप ले सकते हैं। जो उपयोग से होने वाले नुकसान को रोक सके। वहीं अब नए रुल के मुताबिक, भांग को अब भी गैर मेडिकल इस्तेमाल के तौर पर एक प्रतिबंधित ड्रग ही माना जाएगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के शोध में सिफारिश के बाद नशीली दवाओं के सबसे खतरनाक नामा जाने वाली भांग को 27 देशों ने वोट किया और समर्थन किया कि भांग एक दवा है।