चंडीगढ़। चीन से आई कोरोना रैपिट टेस्ट किट की गुणवत्ता अभी भी सवालों के घेरे में है।  इस बीच केंद्र ने हरियाणा सरकार को रैपिड टेस्ट करने की इजाजत दे दी है।  हरियाणा सरकार मानेसर स्थित साउथ कोरियन कंपनी की ओर से मिले 25 हजार रैपिड किट का इस्तेमाल करेगी।  रैपिड टेस्टिंग की शुरुआत आज से की जा सकती है। 

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बुधवार को कहा था कि हम कल से रैपिड टेस्ट करेंगे।  इसके लिए केंद्र सरकार ने अनुमति दे दी है।  चीन की किट में गड़बड़ी पाए जाने पर रोक लगाई गई थी, लेकिन हरियाणा तो पहले से ही साउथ कोरिया की कंपनी की किट का इस्तेमाल कर रहा था।  यह किट मानेसर में बन रही थी। 

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि साउथ कोरिया की कंपनी से 25 हजार किट हरियाणा सरकार को मिल चुकी है, जबकि 75 हजार जल्द मिल जाएगी।  टेस्टिंग की शुरुआत उन 11 हजारों लोगों से की जाएगी, जिनमें सर्दी-जुकाम के लक्षण मिले हैं।  इसके अलावा रेहडी, सब्जी फड़ी वालों, समाचार पत्र वितरकों, दूध वालों आदि की भी जांच होगी।  

गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ने साउथ कोरिया की कंपनी को एक लाख रैपिड किट ऑर्डर दिए थे।  हरियाणा ने पहले ही चीन के रैपिड किट पर भरोसा नहीं किया था।  अब साउथ कोरियन कंपनी ने 25 हजार रैपिड टेस्ट किट की सप्लाई दे दी है।  आज टेस्ट की शुरुआत के साथ इन रैपिड टेस्ट किट की गुणवत्ता का टेस्ट होगा।  

इससे पहले राजस्थान, उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत कई प्रदेशों में चीनी कंपनी के रैपिड किट फेल साबित हुए थे।  इसके बाद इंडिया काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने चीनी कंपनियों के रैपिड टेस्टिंग किट पर रोक लगा दी थी।  यह रोक अभी तक जारी है।