झज्जर। जिला आयुष विभाग में इलाज कराने वाले मरीज अब बिना दवाओं के नहीं लौटेंगे। विभाग में 219 प्रकार की दवाओं की खेप आ गई है। दवाओं की पूरी डिमांड आने से जिलेभर की डिस्पेंसरी और आयुष औषधालयों में इनकी सप्लाई की जा रही है। इससे आम लोगों को महंगी हर्बल व आयुर्वेदिक उत्पाद से बनी दवाएं मिल सकेंगी। इन दवाओं में च्यवनप्राश, कांचनार गूगल, धन्वंतरि तेल, महाप्रकाश तेल भी मरीजों को मिल सकेगा। इससे पहले इन सब उत्पादों को बाजार से खरीदने के लिए मरीजों को कहा जाता था। यही नहीं, कई ऐसी दवाएं भी हैं जिनकी मात्रा 200 ग्राम तक के पैक में आ गई है।
दरअसल, इससे पहले आयुष विभाग स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय को अपनी दवा डिमांड भेजता था। यह डिमांड संबंधित दवा सप्लाई एजेंसी के पास जाती थी। एजेंसी अपने हिसाब से प्रदेशभर के जिला मुख्यालयों में दवा की खेप भेजती थी। आमतौर पर जितनी डिमांड होती थी, उससे काफी कम दवा मिल पाती थी। जिला मुख्यालय की पहुंच के आधार पर ही किसी को ज्यादा खेप तो किसी को सस्ते में निपटा दिया जाता था। अब सरकार ने जिला आयुष विभाग को सीधे तौर पर दवा कंपनियों से ही अटैच कर अपनी खेप मंगाने के आदेश दिए हैं। इसके चलते विभाग ने जितनी डिमांड भेजी, उतनी दवा की खेप आ गई। इस बारे में आयुष के जिला अधिकारी दलवीर सिंह राठी ने बताया कि हमारे विंग में 219 प्रकार की दवाओं की सप्लाई आई है। अब डिस्पेंसरी से मरीज बिना दवाओं के नहीं लौटेंगे। हमने सभी डिस्पेंसरी, पीएचसी, सीएचसी व अस्पतालों से जुड़ी आयुष विंगों में दवा की सप्लाई भेजनी शुरू कर दी है।