कोटा। फार्मा कंपनी को कानूनी कार्रवाई से बचाने के लिए कोटा मेडिकल कॉलेज ड्रग वेयर हाउस के अधिकारी-कर्मचारियों ने सैंपल लेने से पहले दवा ही बदलवा दी। पहले जांच में अमानक मिली यह दवा बाद में सही निकली। जांच में पता चला कि ड्रग वेयर हाउस में रखी दवा बदलवा दी गई। यह पूरा मामला नर्व डिसऑर्डर में काम आने वाले 75 एमजी के प्रीगाबालिन कैप्सूल का है। जांच में बताया गया कि कंपनी से मिलीभगत करके दवा बदलवा दी गई थी। इसके चलते ड्रग वेयर हाउस के तत्कालीन प्रभारी डॉ. महेंद्र त्रिपाठी, फार्मासिस्ट राकेश मेघवाल व मुकेश मीणा को 16 सीसीए के तहत चार्जशीट देने के आदेश दिए गए हैं। अब एसीबी मामले की जांच करेगी। उधर, आरोपी तत्कालीन प्रभारी डॉ. महेंद्र कुमार त्रिपाठी का कहना है कि उनके पास बेगुनाही के सबूत हैं, जिसे वे डायरेक्टर को पेश करेंगे। मैंने चिकित्सा मंत्री से मामले की जांच कराने का अनुरोध किया था।