आगरा। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की कार्रवाई में क्षेत्र में ब्रांडेड दवाओं के नाम पर नकली दवाओं की तस्करी का मामला सामने आया था। इस पर बीती 9 जुलाई को मालवा ट्रांसपोर्ट पर करीब 21 लाख रुपये की कीमत की दवा औषधि विभाग ने छापामार कार्रवाई के दौरान पकड़ी गई, जिनमें सात में से चार दवाइयों के सैंपल की रिपोर्ट आ गई है। जांच रिपोर्ट में चारों दवाओं के नमूने फेल पाये गये हैं। थाना एत्माद्दौला शाहदरा क्षेत्र स्थित मालवा ट्रांसपोर्ट प्रकरण में औषधि विभाग ने करीब 63 लाख रुपये की कीमत का फैंसीडिल सिरप भी बरामद किया था, जिसे ई-वे बिल दिखाने के नाम पर छोड़ दिया गया था। जिलाधिकारी आगरा एनजी रवि कुमार ने जब औषधि विभाग से जवाब-तलब किया तो हरकत में आये ड्रग अधिकारियों ने तीन फर्मों के लाइसेंस निरस्त कर दिये थे। जांच में सैंपल फेल होने के बाद ड्रग विभाग ने माफियाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर ली है।
ड्रग विभाग ने मालवा ट्रांसपोर्ट से कुल 21 लाख रुपये की दवाइयां जब्त की थीं। इनमें 16 लाख की फ्रेश दवाइयां और 5 लाख की सैंम्पल की दवाइयां शामिल थीं। औषधि निरीक्षक राजकुमार शर्मा ने बनाया कि फ्रेश दवाइयों में से कुल सात नमूने लिये गये, जिसमें से चार दवाओं के नमूने फेल पाये गये हैं जबकि तीन की रिपोर्ट आना बाकी है। यह सभी दवाइयां ब्रांडेड कम्पनी की डुप्लीकेसी कर बाजार में बिक्री के लिए लाई गई थी। पकड़ी गई दवाइयों में शामिल हैं।
आगरा दवा व्यवसाय का बड़ा केन्द माना जाता है। जहां दवा माफियाओं ने डेरा जमा लिया है। आगरा से कई राज्यों में नकली व नशीली दवाओं की तस्करी की जा रही है। मालवा ट्रांसपोर्ट पर हुई छापेमारी से नकली व नशीली दवाइयों के अवैध कारोबार का भांडाफोड़ हुआ है। ड्रग विभाग ने इस मामले में दोषी पाई गई तीन फर्मों के लाइसेन्स निरस्त किये हैं। विभाग ने दवाओं के सैम्पल फेल होने के बाद माफियाओं की पहचान कर मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
ड्रग विभाग ने नकली व नशीली दवाइयों की तश्करी में आगरा की तीन फर्मों को दोषी पाया था। जिनमें संजय प्लेस स्थित एचबी इंटरप्राइजेज, कर्मयोगी कमला नगर स्थित हर्ष एजेंसी व फव्वारा मार्केट स्थित एके इंटरप्राइजेज के ड्रग लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई ड्रग विभाग ने की है। 21 लाख रुपये की दवा के दावेदार को ड्रग अधिकारियों ने खोज निकाला है। ड्रग निरीक्षक राजकुमार शर्मा ने बताया कि यह दवा मालवा ट्रांसपोर्ट पर एके गुप्ता व अरुण कुमार लेकर पहुंचे थे। इनके खिलाफ जल्द ही मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।