अजमेर। जिला केमिस्ट एसोसिएशन के सचिव मदन बाहेती ने एंटी टीबी दवा के संबंध में हाल ही में जारी नोटिफिकेशन पर विरोध जताया है। उनका कहना है कि यह नोटिफिकेशन काफी जटिल व विसंगतियों से ओतप्रोत है। बाहेती के अनुसार इस नोटिफिकेशन के हिसाब से खुदरा दवा विक्रेता को एंटी टीबी दवाओं का पूरा रिकार्ड रखना होगा, साथ ही उस रिकार्ड को हर महीने जिला क्षय अधिकारी व एडीसी को देना होगा, जो कि बहुत ही कठिन व पेचीदा कार्य है। उन्होंने कहा कि ग्राहक से चाही गई जानकारी प्राप्त करना बहुत ही दुर्लभ कार्य है। उपरोक्त कार्य अगर कैमिस्ट ने पूरा नहीं किया या मरीज के पर्चे की कॉपी नहीं रखी तो उसे सजा का भी प्रावधान है।

 

उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि हर मरीज अपना फोटो आईडी साथ लेकर आए। कभी-कभी मरीज के परिजन या परिचित भी दवा लेने आते हैं तो उनसे फोटो आईडी लेना कैसे संभव है। कई गांवों में फोटो कॉपी की सुविधा ही नहीं है। ऐसे में मरीज के पर्चे की फोटोकॉपी कैसे लेंगे। जो केमिस्ट एंटी टीबी की दवा नहीं बेचते हैं, उन्हें भी ठ्ठद्बद्य का विवरण हर महीने देना अनिवार्य है, जोकि सर्वथा अनुचित है। सचिव मदन बाहेती ने कहा कि सरकार द्वारा मांगी गई सारी सूचना डॉक्टर द्वारा आसानी से प्राप्त कर सरकार को मिल सकती हैं और केमिस्ट को इस गंभीर समस्या से निजात दिलाई जा सकती हैं। अजमेर जिला केमिस्ट एसोसिएशन इस विसंगतियों से भरे नोटिफिकेशन का पुरजोर विरोध करती है और सरकार से अनुरोध करती है कि उपरोक्त सारा विवरण देने का जिम्मा दवा लिखने वाले डॉक्टर को ही दिया जाए।