नई दिल्ली। एमबीबीएस में दाखिला दिलाने के नाम पर कई लोगों को ठगने वाले तीन आरोपियों को मध्य जिला पुलिस ने रंजीत नगर से गिरफ्तार किया है। आरोपी भरोसा जीतने के लिए पीडि़तों को स्वास्थ्य मंत्रालय का पत्र भी दिखाते थे। गिरफ्तार आरोपी रोहित सिंह (39), कमल किशोर (42), सुनील (39) से पुलिस ने बड़ी संख्या में मोबाइल, दाखिलों से जुड़े कागजात, बैंक ड्राफ्ट समेत 93 छात्रों के नाम, पते व फोन नंबर बरामद किए हैं। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी दाखिला दिलाने के नाम पर कई लोगों से 1.24 करोड़ रुपये ठग चुके हैं।
गौरतलब है कि गत दिनों फरीदाबाद निवासी सुरेश कुमार के मोबाइल पर मैसेज आया, जिसमें उनकी बेटी को एमबीबीएस में दाखिला दिलाने का दावा किया गया। सुरेश ने मैसेज में दिए नंबर पर संपर्क साधा तो जालसाजों ने दाखिले के लिए उनसे 13.50 लाख रुपये मांगे। आरोपियों ने मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज की कैंटीन में पीडि़त से मुलाकात भी की। पीडि़त ने आरोपियों को 13.50 लाख दे दिए, जिसके बाद आरोपियों ने अपने मोबाइल नंबर बंद कर लिए। सुरेश ने 24 दिसंबर को आईपी एस्टेट थाने में केस दर्ज कराया। एसएचओ रविंद्र कुमार के नेतृत्व में चौकी इंचार्ज दीपक कुमार ने आरोपियों के फोन नंबरों की सीडीआर खंगाली। इसमें एक नंबर रंजीत नगर का निकला। यह नंबर आधार कार्ड से लिंक था, जिसकी मदद से पुलिस ने रोहित को दबोचा, जिसकी निशानदेही पर बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दिल्ली-एनसीआर के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दिलाने के नाम पर 15 से 30 लाख रुपये मांगते थे। आरोपियों ने एडमिशन गाइडेन्स नाम से फर्जी कंपनी बनाई थी, जिसका कार्यालय बल्लभगढ़ में था, जहां पांच लड़कियों को नौकरी पर रखा हुआ था। इन लड़कियों को आरोपियों ने नीट परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले ऐसे स्टूडेंट्स और उनके अभिभावकों के नंबर दे दिए थे, जिन्हें पहली कट ऑफ लिस्ट के आधार पर सरकारी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश नहीं मिल पाया था। ये जानकारी आरोपियों ने दिल्ली-नोएडा में संचालित कोचिंग सेंटरों से हासिल की थी। छात्र-छात्राओं को यूपी और हरियाणा के मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश दिलाने का झांसा देकर ठगा जाता था।