लखनऊ। नाका पुलिस और खाद्य एवं औषधि टीम ने संयुक्त रूप से चारबाग इलाके में छापेमारी कर प्रतिबंधित इंजेक्शन की बड़ी खेप बरामद की है। दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार आरोपियों के पास से ऑक्सिटोसिन के 8 हजार प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद किए गए। प्रतिबंधित इंजेक्शन दूध का व्यवसाय करने वालों को बेचने के लिए लाए गए थे। आरोपियों की निशानदेही पर मोतीनगर स्थित मेडिकल स्टोर पर छापा मारा गया। यहां से भी 13 हजार 5 सौ इंजेक्शन बरामद किए गए। पुलिस ने आरोपी मेडिकल स्टोर संचालक को भी गिरफ्तार कर लिया है। एएसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी के अनुसार प्रतिबंधित इंजेक्शन की बड़ी खेप लाए जाने की सूचना पर नाका पुलिस ने खाद्य एवं औषधि विभाग के अधिकारियों की टीम के साथ चारबाग के नत्था तिराहे पर चेकिंग शुरू की थी। इस दौरान दो बोरे लेकर आ रहे दो संदिग्धों को रोका गया।
बोरों की तलाशी में बड़ी संख्या में प्रतिबंधित दवा ऑक्सिटोसिन के इंजेक्शन भरे पाए गए। पकड़े गए आरोपितों में सुलतानपुर निवासी मो. इबरार उर्फ मवाली और मो. वसीम उर्फ मोनू शामिल हैं। आरोपितों के पास से 80 डिब्बों में भरे ऑक्सिटोसिन के 8 हजार इंजेक्शन बरामद हुए। डिब्बों पर कम्पनी का नाम या बैच नम्बर भी नहीं पाया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नाका के मोतीनगर स्थित मां वैष्णो मेडिकल स्टोर से इंजेक्शन खरीदकर अपने गांव बेचने के लिए ले जा रहे थे। इसके बाद टीम ने मेडिकल स्टोर पर छापा मारने के साथ ही संचालक ऋषि अग्रवाल को पकड़ लिया गया। दुकान के नीचे बने गोदाम से प्रतिबंधित इंजेक्शन के 135 डिब्बे बरामद हुए। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ बरामद प्रतिबंधित इंजेक्शन खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम के हवाले कर दिए हैं।
पुलिस के हत्थे चढ़े मो. इबरार ने बताया कि ऑक्सिटोसिन के इंजेक्शन अपने गांव व आसपास के डेयरी संचालकों को बेचते थे। नाका पुलिस के अनुसार आरोपितों ने मोटी रकम कमाने के लालच में पूर्वांचल के कई जिलों में जाल फैला रखा था। प्रतिबंधित दवा के ऐवज में मोटी रकम वसूलते थे। डेयरी संचालक भी मवेशियों का दूध बढ़ाने के लिए दवा खरीदते थे।
मेडिकल स्टोर मालिक ऋषि अग्रवाल से पूछताछ में प्रतिबंधित इंजेक्शन सप्लाई करने वाली कम्पनी के बारे में जानकारी मिली है। पता चला है कि पिछले पांच साल से प्रतिबंधित दवा का कारोबार कर रहा था। इस जानकारी के बाद खाद्य एवं औषधीय विभाग ने कम्पनी पर कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।