जयपुर। राज्य औषधि नियंत्रण विभाग ने दुर्गापुरा स्थित जादौन नगर में प्रतिबंधित ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बनाने वाली एक फैक्ट्री पकड़ी है। फैक्ट्री के मालिक मो. असगर के खिलाप थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। औषधि नियंत्रक राजाराम शर्मा ने बताया कि औषधि एवं प्रसाधन साधन अधिनियम के तहत दुधारू पशुओं में ऑक्सीटोसिन का दुरूपयोग रोकने के लिए जयपुर, जोधपुर एवं अजमेर में छापामार कार्रवाई की गई। इस दौरान दुर्गापुरा स्थित जादौन नगर में आक्सीटोसिन इंजेक्शन तैयार करने एवं पैकिंग करने की एक लघु इकाई पर छापा मारा। तलाशी के दौरान पशु आहार भण्डार के साथ बिना लेबल की 267 ऑक्सीटोसिन की प्लास्टिक की बोतलें पायी गयी। जांच के लिए इनके नमूने ले लिए हैं।
उन्होंने बताया कि ऑक्सीटोसिन की प्लास्टिक की बोतलों को जब्त कर मकान मालिक चन्द्रप्रकाश यादव के खिलाफ महेशनगर थाने में एफआईआर दर्ज करवायी गयी है। उन्होंने बताया कि एक अन्य कार्रवाई में अजमेर स्थित मनीष प्रोविजन स्टोर से आक्सीटोसिन की बोतलें बरामद की गयी है। औषधि नियंत्रक ने बताया कि ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन अत्यधिक शक्तिशाली औषधि है। इसका उपयोग प्रसव के दौरान यूट्रस के कान्ट्रक्शन को बढ़ाने में किया जाता है। परन्तु कुछ लोग इस इंजेक्शन का उपयोग दुधारू पशुओं से अधिक दूध निकालने, सब्जियों व फलों की पैदावार बढ़ाने के लिए भी करते हैं। इसके प्रयोग से उत्पन्न खाद्य पदार्थों का मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर होता है।