राई (सोनीपत)। सीनियर ड्रग कंट्रोलर की टीम ने कॉस्मेटिक फैक्ट्री पर रेड की है। हिमाचल प्रदेश की कालाआंब के लाइसेंस पर चल रही इस फैक्टरी में कॉस्मेटिक का सामान बनाया जा रहा था। ड्रग कंट्रोलर की टीम ने यहां छापा मारकर 306 डीयो की पेटी जब्त की है। जब्त किए गए सामान की कीमत 45 लाख रुपए बताई गई है। ड्रग कंट्रोलर की टीम ने जब्त माल को कोर्ट में पेश कर फैक्ट्री मालिक को नोटिस दिया है। जानकारी अनुसार सोनीपत जोन के सीनियर ड्रग कंट्रोलर गुरचरण सिंह, ड्रग कंट्रोलर संदीप हुड्डा की टीम को सूचना मिली थी कि अकबरपुर बारोटा की वनिशा कॉस्मेटिक फैक्ट्री में हिमाचल प्रदेश की फर्म के लाइसेंस पर डीयो बनाई जा रही है। दोनों अधिकारियों की टीम ने फैक्ट्री में छापा मारा। फैक्ट्री में डेनवर मार्का के परफ्यूम बन रहे थे। जब इस मार्का का लाइसेंस चेक किया तो वह हिमाचल प्रदेश के कालाआंब फैक्ट्री का मिला। ड्रग एक्ट के तहत कोई भी कंपनी ऐसे लाइसेंस का दूसरे प्रदेश में प्रयोग नहीं कर सकती। टीम ने फैक्ट्री से 306 पेटी जब्त की। इन सभी पेटियों में डेनवर मार्का का सेंट भरा हुआ था। टीम ने सभी पेटी सील कर दी। जैसे ही ड्रग कंट्रोलर की टीम फैक्ट्री में पहुंची तो वहां काम कर रहे अधिकारियों के रोंगटे खड़े हो गए। उन्होंने फैक्ट्री से भागने का भी प्रयास किया, लेकिन ड्रग कंट्रोलर संदीप हुड्डा ने फैक्ट्री का गेट बंद करा दिया। इसके बाद जब अधिकारियों व वहां काम कर रही लेबर से बात करने का प्रयास किया तो मैनेजर ने उन्हें बोलने से मना कर दिया। लेबर को एक कमरे में रोक दिया गया, जिससे वे किसी अधिकारी को जानकारी न दे सके। जिस मार्का का डीयो यहां मिला है, उसको बनाने का लाइसेंस कंपनी ने हिमाचल प्रदेश की फैक्ट्री के लिए ले रखा है। कानूनन वे इसे हिमाचल प्रदेश में ही बना सकते हैं। यहां की यूनिट में कई अन्य कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स का लाइसेंस है। ड्रग कंट्रोलर की माने तो अब तक करोड़ों का माल यहां से बनकर सप्लाई हो चुका है। एक दिन में ही उन्हें 45 लाख का माल मिला है।