रुड़की। प्रतिबंधित व नकली दवा का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब तो दवा दुकानों पर भी प्रतिबंधित व नकली दवा बेचने के मामले लगातार सामने आ रहें है। बता कि प्रतिबंधित व नकली दवा के बेचे जाने की आशंका में औषधि नियंत्रण विभाग की ओर से गुरुवार को व्यापक अभियान चलाया गया। अभियान के दौरान रुड़की व लंढौरा में आठ मेडिकल स्टोर की जांच की गई।

इनमें पांच मेडिकल स्टोर संचालक दवाओं के रिकॉर्ड नहीं दिखा पाए, जिसके चलते उन पर दवा के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी गई है। तीन मेडिकल स्टोर स्वामियों को व्यवस्था में सुधार लाने के लिए नोटिस दिया गया है। इसके अलावा इन मेडिकल स्टोर से दवा के सात सैंपल लिए गए हैं। इनके नकली होने की आशंका को देखते हुए उन्हें लैब भेजा रहा है।

टीम ने इमली रोड पर उत्तराखंड मेडिकल स्टोर सहित चार मेडिकल स्टोर पर चेकिंग की। इनमें उत्तराखंड मेडिकल स्टोर संचालक कुछ दवा का लेखा-जोखा नहीं दिखा सका। इसके अलावा, वहां काफी अनियमितताएं भी मिली। टीम ने यहां से कुछ दवा के सैंपल लिए। साथ ही मेडिकल स्टोर को बंद कराकर दवा के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी। इसके बाद टीम लंढौरा पहुंची। यहां पर भारत मेडिकल स्टोर, हिंदुस्तान मेडिकल स्टोर, भारत मेडिकोज व उत्तराखंड मेडिकल स्टोर पर चेकिंग की।

ड्रग इंस्पेक्टर मानवेंद्र सिंह राणा ने बताया कि यह मेडिकल स्टोर दवा का लेखा-जोखा और बिल आदि नहीं दिखा पाए। इन मेडिकल स्टोर पर भी दवा के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने बताया कि सात संदिग्ध दवा के सैंपल लिए गए हैं। उनको जांच के लिए लैब भेजा रहा है। जिन मेडिकल स्टोर पर चेकिंग की गई है, उनमें कुछ पर फार्मेसिस्ट व मालिक नहीं मिले थे। एक्सपाइरी दवा को अलग नहीं रखा गया था और उन्हें अन्य दवा के साथ मिलाकर रखा गया था। उन्होंने बताया कि छापेमार कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

औषधि नियंत्रण विभाग उत्तराखंड के ड्रग कंट्रोलर पंकज कुमार पांडेय की ओर से नकली व प्रतिबंधित दवा के क्रय-विक्रय पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने व ऐसे व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। गुरुवार को अभियान के तहत ऊधमसिंह नगर के वरिष्ठ औषधि निरीक्षक डा. सुधीर कुमार के नेतृत्व में औषधि निरीक्षक रुड़की मानवेंद्र सिंह राणा, औषधि निरीक्षक अनिता भारती व विजिलेंस टीम के संजय सिंह नेगी तथा योगेंद्र सिंह नेगी ने मेडिकल स्टोर पर छापेमार कार्रवाई की।