आगरा। जिला प्रशासन और औषधि विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से छापामारी कर शास्त्रीपुरम स्थित निखिल उद्यान के एक मकान से करीब एक करोड़ की दवाइयां बरामद की है। बरामद दवाइयां असली हैं या नकली, ये जानने के लिए इन दवाइयों के सैंपल लिए गए हैं।
जानकारी अनुसार औषधि विभाग को शास्त्रीपुरम के मकान में दवाइयों का स्टॉक रखे जाने की सूचना मिली थी। इसके बाद टीम बनाकर छापामारी की गई। मकान में कफ सीरप, एंटीबायोटिक टेबलेट, इंजेक्शन, कॉस्मेटिक और आयुर्वेदिक दवाइयां शामिल हैं। अधिकांश पर फिजिशियन सैंपल लिखा है। ये अलग-अलग कंपनियों के हैं। पूछताछ में पता चला कि दवाइयां दिल्ली से मंगाई जाती थीं। गोदाम मालिक सुनील गोयल और संजीव गोयल मौके पर नहीं मिले। सहायक औषधि आयुक्त शिव शरण सिंह ने बताया कि नकली होने की आशंका पर दवाइयों को जब्त किया गया है। इनकी कीमत लगभग एक करोड़ है। इसकी रिपोर्ट डीएम को भी भेजी जा रही है। सैंपल की जांच कराकर केस दर्ज कराया जाएगा।
बता दें कि आगरा से नशीली दवाइयों का कारोबार भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। यहां हरियाणा, पंजाब, दिल्ली से नशीली दवाइयां मंगाकर स्टोर की जाती हैं। इसके बाद इन्हें राजस्थान, बिहार, पश्चिमी बंगाल को भेजा जाता है। पिछले महीने यमुना पार में 90 लाख की दवाइयां मिली थीं। इनकी कंपनियां जांच में फर्जी मिलीं। इससे पहले भी कई बार नकली दवाएं मिल चुकी हैं। फतेहाबाद में 17 लाख कीमत के नकली एंटिबायोटिक इंजेक्शन मिले थे।