बिजनौर। औषधि विभाग की टीम ने दवा का अवैध भंडार मिलने पर फ्लैट को सील कर दिया है। बताया गया कि जिस फ्लैट में दवा अवैध रूप से रखी गई थी, उसके बारे में शिकायत मिलने परऔषधि निरीक्षक समेत तीन सदस्यीय टीम ने एक फ्लैट पर छापा मारा।
टीम को देख फ्लैट के अंदर मौजूद महिला ताला बंद कर दूसरे रास्ते से निकल गई। जिस कारण दवाओं को बरामद नहीं किया जा सका। आखिर टीम ने जांच होने तक उक्त फ्लैट के ताले पर सील लगा दी और नोटिस चस्पा कर लौट गए।
यह है मामला
औषधि निरीक्षक उमेश भारती ने बताया कि उन्हें महादेवपुरम स्थित एक फ्लैट में दवाओं का अवैध रूप से भंडारण करने की सूचना मिली थी। इसके चलते औषधि निरीक्षक ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी अनुपम यादव व क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. राकेश कुमार के साथ बताए गए फ्लैट पर दबिश दी।
टीम ने घर में मौजूद महिला से दरवाजा खोलने के लिए कहा, लेकिन महिला ने इनकार किया। इसके बाद निरीक्षक टीम थाने से महिला पुलिसकर्मी को बुलाने चले गए। महिला पुलिसकर्मी को लेकर टीम पहुंची तो फ्लैट पर ताला लगा मिला। सीसीटीवी देखने पर पता चला कि उक्त महिला अन्य महिला के साथ फ्लैट में ताला लगाकर दूसरे रास्ते से चली गई। डीआई ने बताया कि पहले उन्होंने गृहस्वामी को फोन कर उनसे आकर जांच में सहयोग करने के लिए कहा तो उन्होंने आने से इनकार कर दिया।
सील लगाकर नोटिस किया चस्पा
करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद एसडीएम ने तहसीलदार को इसके लिए कहा तो तहसीलदार ने एक नायब तहसीलदार को मजिस्ट्रेट नामित कर दिया। मौके पर जब डीआई पहुंचे तो मजिस्ट्रेट साथ में नहीं थे। पूछने पर बताया कि किसी अन्य जांच में जाने की बात कहते हुए वे रास्ते से ही लौट गए। इसके बाद टीम ने घर पर सील लगाकर, वहां नोटिस चस्पा किया।
मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में होगी जांच
मजिस्ट्रेट के आने पर उनकी मौजूदगी में ही सील तोड़कर जांच की बात कही गई है। औषधि निरीक्षक उमेश भारती के अनुसार शिकायतकर्ता ने त्वचा क्लीनिक के डा. एचएस चौहान की शिकायत की थी और क्लीनिक के बजाय यहां उनके रिश्तेदार के फ्लैट पर अवैध दवाएं रखी गई बताई थीं। इस अवधि में एक पुलिसकर्मी की तैनाती वहां रखने के लिए एसएचओ से अनुरोध किया है।