अम्बाला, बृजेंद्र मल्होत्रा। हरियाणा स्टेट फार्मेसी काउंसिल के रजिस्ट्रार को लेकर न्यायालय में रार चल रही है। इससे राज्यभर के फार्मासिस्टों के प्रमाण पत्र नवीनीकरण व नए रजिस्ट्रेशन माइग्रेशन का काम लंबे समय से अटका हुआ था जिस पर तनिक राहत मिली। हरियाणा स्टेट फार्मेसी कॉउंसिल के उपचेयरमैन सोहनलाल कंसल को रजिस्ट्रार का एडिशनल चार्ज देने के लिए 10 फरवरी 2020 को कॉउंसिल की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। उपरोक्त जानकारी देते हुए कॉउंसिल के चेयरमैन धनेश अधलखा ने बताया कि राज्यभर के फार्मासिस्टों के कॉउंसिल से सम्बंधित कार्य लंबे समय से लटके पड़े हैं। इनको शीघ्र निपटाने के मन से सभी ने सर्वसम्मति से फैसला लिया और सोहनलाल कंसल को उपचेयरमैन के साथ-साथ रजिस्ट्रार का एडिशनल कार्यभार भी सौंपा है। अधलखा ने बताया कि हरियाणा स्टेट फार्मेसी कॉउंसिल स्वास्थ्य कर्मियों के साथ मिलकर राज्यभर के सीनियर सेकेंडरी स्कूलों की छात्राओं को सेनेटरी नेपकिन मुफ्त बांटेंगे। इसके लिए कॉउंसिल ने 50 लाख रुपए के बजट को मंजूरी दी है। सेनेटरी नेपकिन हरियाणा सरकार की हाई परचेज कमेटी के माध्यम से खरीदे जाएंगे। 15 दिनों के अंदर-अंदर राज्यभर के 11 जिलों के इन स्कूलों में एक साथ इस मुहिम का श्रीगणेश किया जाएगा। 5000 रुपए स्कूल को 2000 रुपए प्रोत्साहन राशि छात्रा को (जो सेनेटरी नेपकिन व स्वच्छता पर सही जानकारी देगी) 3000 रुपए उस वक्ता को दिए जाएंगे जो स्कूलों में ज्ञानवद्र्धन करेंगे। 10 फरवरी को कॉउंसिल में चल रही मीटिंग बारे राज्यभर के फार्मासिस्टों की नजरें उम्मीद लगाए बैठी थी कि राहत मिलेगी, इसलिए कुछ फार्मासिस्ट अपनी समस्या लेकर कॉउंसिल पहुंचे। यमुनानगर निवासी संजय चेयरमैन धनेश अधलखा से मिले। संजय अनुसार जब उन्होंने अपनी समस्या बताते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का रेफरेंस दिया तो चेयरमैन अधलखा ने उनसे दुव्र्यवहार किया। इस पर संजय ने स्वास्थ्य मंत्री विज को फोन पर जानकारी दी, फिर उन्हीं के निर्देश पर सचिवालय जाकर लिखित शिकायत दी। इस पर कार्यवाही के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने आदेश जारी कर दिए हैं। जब इस बारे चेयरमैन धनेश अधलखा से जानकारी चाही तो उन्होंने किसी प्रकार से किसी भी आगन्तुक से कोई दुव्र्यवहार नहीं करने की बात कही।