झुंझुनूं। मुख्यमंत्री निशुल्क दवा वितरण योजना की दवाओं का ढेर जाखल गांव में कचरे में पड़ा मिला है। कचरे में फेंकी गई ये दवाइयां बच्चों में ताकत बढ़ाने और गर्भवती महिलाओं के लिए उपयोग में ली जाती हैं।
जानकारी के अनुसार जाखल गांव में जगह-जगह फ्रेश दवाइयों के ढेर लगे देखकर ग्रामीण एकत्र हो गए। इन दवाइयों पर आयरन एंड फोलिक एसिड सिरप आईपी-50 एमएल लिखा हुआ है। आईएएस यू-25 बैच नंबर की इन दवाओं की उत्पादन की तिथि फरवरी, 2017 और समाप्ति तिथि जनवरी, 2019 अंकित है। गांव के सुंदरपुरा मोहल्ले में इन दवाइयों का ढेर लगा हुआ मिला है।
गौरतलब है कि अस्पताल के कर्मचारी माथापच्ची करने से बचने के लिए कागजी खानापूर्ति करने के बाद इन दवाओं को कचरे के ढेर में फेंक देते हैं। यह दवाइयां यहां किसने फेंकी, अभी तक इसका पता नहीं चल पाया है, लेकिन कचरे के ढेर में मिली यह दवाइयां इस बात का साफ उदाहरण है कि योजना अच्छी होने के बावजूद उसे सही तरीके से क्रियान्वित नहीं किया जा रहा है। बहरहाल, ग्रामीणों ने इस मामले से संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया है। बता दें कि पिछले दिनों दौसा में भी मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना के तहत दी जाने वाली दवाइयां ऐसे ही नदी किनारे एक कट्टे में झाडिय़ों में मिली थी।