आगरा। फव्वारा दवा बाजार से 1440 कफ सीरप बिहार के लिए ले जा रहे दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। कफ सीरप के अवैध कारोबार में दो थोक दवा विक्रेताओं के नाम भी सामने आए हैं। पुलिस और औषधि विभाग की टीम इसकी जांच में लगी है।
जानकारी अनुसार औषधि विभाग की टीम ने हॉस्पिटल रोड से ठेले पर रखकर छह प्लास्टिक बोरों में ले जाए जा रहे कफ सीरप के साथ दो युवकों को पकड़ा था। औषधि निरीक्षक ब्रजेश यादव ने बताया कि आरोपी युवक संजय कुमार और मनोज कुमार मूल रूप से बेगूसराय बिहार निवासी हैं। इनके पास से 1440 कफ सीरप जब्त किए गए हैं। आरोपियों के पास इनका कोई बिल नहीं मिला।  इसमें से कॉरेक्स टी सीरप श्री राम फार्मा, मुबारक महल मार्केट और वेलसिरेक्स सीरप जीजी मेडिको संचालक गौरव शर्मा से लेकर आए थे। इन सीरप में कॉडीन फॉस्फेट है, यह प्रतिबंधित नारकोटिक्स ड्रग्स में आता है। इसका नशे के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है। पूछताछ में सामने आया है कि फव्वारा दवा बाजार से बड़ी मात्रा में कफ सीरप बिहार सप्लाई किए जाते हैं। इनके खिलाफ थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराने के बाद जेल भेज दिया गया।
कॉरेक्स टी सीरप की एमआरपी 77 रुपये है। इसे 150 से 200 रुपये में सप्लाई किया जा रहा है। वेलसिरेक्स सीरप की कीमत 122 रुपये है, यह सीरप भी 200 रुपये तक में बिक रहा है। इससे पहले भी बड़ी मात्रा में ट्रांसपोर्ट कंपनी से कफ सीरप पकड़े जा चुके हैं। इसके बाद कफ सीरप मंगाने वाली फर्म का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया था। अधिकारियों का कहना है कि कफ सीरप के अवैध कारोबार में दवा कारोबारी बच जाते हैं। पुलिस और औषधि विभाग की जांच में हॉकर और दुकान पर काम करने वाले युवक पकड़े जा रहे हैं। इस बार सुबूत जुटाए जा रहे हैं, जिससे कारोबारियों पर भी कार्रवाई की जा सके।