आगरा। हृदय रोग में काम आने वाली ब्रांडेड कंपनी की टेबलेट ‘कार्डेस’ के नाम पर नकली दवा का बाजार गर्म है। 1.25 और 2.5 एमजी के रूप में मिलने वाली इस टेबलेट का निर्माण सनोफी इंडिया लिमिटेड करती है। कंपनी ने इसकी अपने स्तर पर जांच कराई तो दवा नकली पाई गई। पिछले दिनों शिकायत पर औषधि विभाग की टीम ने फव्वारा चौक स्थित मंजू मेडिकल स्टोर पर जांच-पड़ताल कर मामला रफा-दफा कर डाला था।
मेडिकल स्टोर संचालक ने पूछताछ में उन थोक दवा कारोबारियों के नाम भी बताए, जहां से दवा खरीदी गई थी। इसकी जानकारी मिलने पर भी औषधि विभाग की टीम मात्र खानापूर्ति में ही जुटी रही। टीम ने कार्डेस टेबलेट के सैंपल लेकर इन्हें जांच के लिए भेज दिया है। यह दवा कहां से खरीदी गई, बिल क्यों नहीं लिए गए, टीम ने इसकी पड़ताल नहीं की। मेडिकल स्टोर सडक़ किनारे है, दवाओं पर धूल रहती है।
इसे आधार बनाया, एक्सपायर दवाएं एक जगह न रखने, दवाओं का रखरखाव ठीक न होने पर ड्रग एक्ट के तहत दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। सूत्रों की मानें तो फव्वारा दवा बाजार में नकली दवा का बड़ा कारोबार है। यहां पहले भी कई बार कार्रवाई हो चुकी है। मेडिकल स्टोर संचालक बिना बिल की दवाएं सस्ते में खरीदकर बेचते हैं। इससे उनके टर्नओवर पर भी अंकुश लग जाता है और टैक्स कम देना पड़ रहा है। औषधि विभाग के सहायक आयुक्त के. मोदी के मुताबिक, गुणवत्ताविहीन दवा बेचने वाला कोई भी, उसके खिलाफ कार्रवाई करने से पीछे नहीं हटेंगे।